नयी दिल्ली, 26 सितंबर (भाषा) भारत वैश्विक नवाचार सूचकांक (जीआईआई) में एक पायदान ऊपर चढ़कर दुनिया की 133 अर्थव्यवस्थाओं के बीच 39वें स्थान पर पहुंच गया है।
जिनेवा स्थित विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की एक रिपोर्ट में जारी जीआईआई रैंकिंग-2024 के मुताबिक भारत 39वें स्थान पर है जबकि पिछले साल यह 40वें स्थान पर था।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘भारत वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में 133 वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में 39वें स्थान पर पहुंच गया है। भारत का नवाचार परिदृश्य हमारे नवोन्मेषकों और उद्यमियों द्वारा संचालित होकर लगातार फल-फूल रहा है।’’
रिपोर्ट के मुताबिक, जीआईआई रैंकिंग में लगातार सुधार ज्ञान पूंजी, जीवंत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और सार्वजनिक एवं निजी शोध संगठनों के कार्यों की वजह से हुआ है।
जीआईआई दुनियाभर की सरकारों के लिए अपने-अपने देशों में नवाचार-आधारित सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तनों का आकलन करने के लिए इस्तेमाल होने वाला एक भरोसेमंद साधन है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत निम्न-मध्यम आय वर्ग वाली अर्थव्यवस्थाओं में सबसे आगे है। यह लगातार 14वें वर्ष नवाचार के मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन करने का रिकॉर्ड रखता है।
वैश्विक नवाचार सूचकांक-2024 के मुताबिक, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, अमेरिका, सिंगापुर और ब्रिटेन दुनिया की सबसे अधिक नवोन्मेषी अर्थव्यवस्थाएं हैं जबकि चीन, तुर्की, भारत, वियतनाम और फिलिपीन सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले देश हैं।
दुनिया की 130 से अधिक अर्थव्यवस्थाओं की रैंकिंग में चीन 11वें स्थान पर पहुंच गया है। वह शीर्ष 30 में मौजूद इकलौती मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्था है।
जीआईआई एक वैश्विक मानक है जो नीति निर्माताओं, कारोबारी प्रमुखों और अन्य लोगों को जीवन बेहतर बनाने और जलवायु परिवर्तन जैसी साझा चुनौतियों का समाधान करने के लिए वैश्विक नवाचार रुझानों को दर्शाता है।
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प्रेम अजय
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