नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) आयुष मंत्रालय के तहत आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की विनिर्माण इकाई इंडियन मेडिसिन फ़ार्मास्यूटिकल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईएमपीसीएल) ने 2020-21 में रिकॉर्ड 164 करोड़ रुपये का कारोबार किया है।
आयुष मंत्रालय ने कहा कि कंपनी ने लगभग 12 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, तो अब तक सर्वाधिक है।
इससे पहले कंपनी ने 2019-20 में 97 करोड़ रुपये का कारोबार किया था।
बयान के मुताबिक इस वृद्धि से कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बीच लोगों में आयुष उत्पादों और सेवाओं की बढ़ती स्वीकार्यता के बारे में पता चलता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल में कुछ टिप्पणियों के साथ आईएमपीसीएल के 18 आयुर्वेदिक उत्पादों की सिफारिश डब्ल्यूएचओ जीएमपी/ सीओपीपी प्रमाणन के लिए की थी।
ये प्रमाणन आईएमपीसीएल के उत्पादों की गुणवत्ता की पुष्टि करके हैं। इससे कंपनी को निर्यात शुरू करने में भी मदद मिलेगी।
आईएमपीसीएल सबसे भरोसेमंद आयुष दवाओं का विनिर्माता है।
बयान के मुताबिक कोविड-19 महामारी के दौरान कंपनी ने बेहद कम समय में देश की जरूरतों को पूरा किया और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं को बाजार में पेश किया। ऐसी ही एक किट की कीमत 350 रुपये है, जो अमेजन पर उपलब्ध है। पिछले दो महीनों में करीब दो लाख किट बेची जा चुकी है।
भाषा पाण्डेय
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