आईएमएफ ने पाकिस्तान से कृषि, कपड़ा क्षेत्रों को दी जा रही तरजीही सुविधा समाप्त करने को कहा |

आईएमएफ ने पाकिस्तान से कृषि, कपड़ा क्षेत्रों को दी जा रही तरजीही सुविधा समाप्त करने को कहा

आईएमएफ ने पाकिस्तान से कृषि, कपड़ा क्षेत्रों को दी जा रही तरजीही सुविधा समाप्त करने को कहा

:   Modified Date:  October 14, 2024 / 11:31 AM IST, Published Date : October 14, 2024/11:31 am IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 14 अक्टूबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान से कृषि और कपड़ा क्षेत्रों के लिए तरजीही व्यवहार, कर छूट और अन्य सुरक्षा को तुरंत समाप्त करने को कहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया कि इसके बारे में आईएमएफ का कहना है कि इसने दशकों से देश की वृद्धि क्षमता को बाधित किया है।

समाचार पत्र डॉन के अनुसार, आईएमएफ ने पाकिस्तान की संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था के पीछे के कारकों के निदान पर अपनी स्टाफ रिपोर्ट में इन दोनों क्षेत्रों को न केवल राष्ट्रीय राजस्व में पर्याप्त योगदान करने में विफल रहने के लिए दोषी ठहराया, बल्कि अकुशल और गैर-प्रतिस्पर्धी बने रहने के साथ-साथ सार्वजनिक धन के बड़े हिस्से का उपभोग करने के लिए भी दोषी ठहराया।

हाल ही में स्वीकृत सात अरब डॉलर की विस्तारित निधि सुविधा (ईएफएफ) के हिस्से के रूप में आईएमएफ ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को अपने बार-बार के उछाल-मंदी चक्र से बचने के लिए पिछले 75 वर्षों की अपनी आर्थिक प्रथाओं से अलग होना होगा।

दस अक्टूबर को जारी आईएमएफ की रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि पाकिस्तान अन्य देशों की तुलना में काफी पीछे है। यहां एक ऐसे ‘स्टेग्नेशन’ में है जिसने जीवन स्तर को प्रभावित किया है और 40.5 प्रतिशत से अधिक आबादी को गरीबी रेखा से नीचे धकेल दिया है।

इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने अधिक परिष्कृत निर्यात वस्तुओं को विकसित करने के लिए संघर्ष किया है, और ज्ञान-गहन निर्यात का हिस्सा कम बना हुआ है क्योंकि यह नवाचार करने में विफल रहा है। साल 2022 तक, पाकिस्तान आर्थिक जटिलता सूचकांक में 85वें स्थान पर था, जो 2000 में भी था।

रिपोर्ट में कहा गया, “कृषि और वस्त्र (सूती धागा, चावल, बुने हुए कपड़े, बीफ और चमड़े के परिधान) की ओर अत्यधिक झुकाव वाले निर्यात के साथ, देश को अधिक तकनीकी रूप से जटिल उत्पादों के लिए संसाधनों को पुनः आवंटित करने में संघर्ष करना पड़ा है।”

रिपोर्ट के अनुसार, कृषि पर वर्तमान ध्यान ने पाकिस्तान की तकनीकी रूप से अधिक जटिल वस्तुओं में विविधता लाने की क्षमता को सीमित कर दिया है। हालांकि पाकिस्तान कुछ उच्च मूल्य वाले उत्पादों जैसे कि दवाइयों, चिकित्सा उपकरणों और प्लास्टिक उत्पादों का निर्यात करता है, लेकिन ये क्षेत्र अत्यधिक विकृत आर्थिक वातावरण में काम करते हैं।

भाषा अनुराग

अनुराग

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)