नयी दिल्ली, 31 दिसंबर (भाषा) भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) ने अपने शैक्षणिक एवं प्रशिक्षण परिवेश को मजबूत करने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास में करीब 200 करोड़ रुपये के निवेश सहित कई कदम उठाए हैं।
आईआईएमसी के रजिस्ट्रार निमिष रुस्तगी ने बताया कि संस्थान ने नए कार्यक्रम भी शुरू किए हैं। अपनी सुविधाओं का आधुनिकीकरण किया है और मीडिया शिक्षा एवं प्रशिक्षण में कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
उन्होंने कहा कि संस्थान ने अगस्त में 80 विद्यार्थियों के प्रवेश के साथ दो एम.ए. कार्यक्रम ‘मीडिया बिजनेस स्टडीज’ और ‘स्ट्रेटेजिक कम्युनिकेशन’ शुरू किए।
संस्थान को ‘मानद विश्वविद्यालय’ घोषित किया गया है।
रुस्तगी ने कहा, ‘‘ वर्ष 2024 में संस्थान के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण तथा उसे बेहतर बनाने पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के महाराष्ट्र के अमरावती में आईआईएमसी के अपने परिसर के निर्माण और यहां परिसर के विस्तार के लिए करीब 200 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी देने से बड़ी मदद मिली।’’
उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं अगले दो वर्षों में पूरी हो जाएंगी, जिससे देश में मीडिया शिक्षा को और बढ़ावा मिलेगा।
संस्थान का मुख्यालय राष्ट्रीय राजधानी में है। इसके पांच क्षेत्रीय परिसर आइजोल (मिजोरम), अमरावती (महाराष्ट्र), ढेंकनाल (ओडिशा), जम्मू (जम्मू-कश्मीर) और कोट्टायम (केरल) में हैं।
भाषा निहारिका रमण
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