मुंबई, आठ अक्टूबर (भाषा) भारतीय रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने कहा है कि मंगलवार को शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय रत्न एवं आभूषण शो (आईजीजेएस) दुबई से इस कैलेंडर वर्ष में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को होने वाले निर्यात में 20 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।
जीजेईपीसी के उपाध्यक्ष किरीट भंसाली ने बयान में कहा, ‘‘आईजीजेएस दुबई, इस क्षेत्र के लिए प्रमुख कार्यक्रम बन गया है, जिसे भारत-यूएई सीईपीए समझौते से मजबूती मिली है, जिसने गहरी साझेदारी और नए विकास के अवसरों के द्वार खोले हैं। वर्ष 2023 में सादे सोने के आभूषणों और जड़े हुए आभूषणों की मांग में उछाल के साथ, यूएई को भारत का आभूषण निर्यात आठ अरब डॉलर तक पहुंच गया था।’’
उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में दुबई में आईजीजेएस की सफलता को देखते हुए, जीजेईपीसी वर्ष 2023 की तुलना में संयुक्त अरब अमीरात को भारत के रत्न और आभूषण निर्यात में 20 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य तय कर रहा है।
वैश्विक रत्न और आभूषण उद्योग मौजूदा समय में चुनौतियों का सामना कर रहा है, क्योंकि अमेरिका और चीन जैसे प्रमुख उपभोक्ता बाजारों में मांग कम हो गई है। हालांकि, जीजेईपीसी सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत और ओमान जैसे प्रमुख पश्चिम एशियाई बाजारों से भी बढ़ती मांग देख रहा है।
भंसाली ने कहा, ‘‘आईजीजेएस दुबई ने इन बाजारों की उभरती जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’
आईजीजेएस में 30 से अधिक निर्माताओं ने भाग लिया, जिसने यूएई, सऊदी अरब, कतर और कुवैत, ब्रिटेन, अमेरिका, अफ्रीका और रूस से 300 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को आकर्षित किया।
भाषा राजेश
राजेश अजय
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