आईसीएआई ने जलवायु परिवर्तन रोकथाम को बढ़ावा देने के लिए कर लाभ का सुझाव दिया |

आईसीएआई ने जलवायु परिवर्तन रोकथाम को बढ़ावा देने के लिए कर लाभ का सुझाव दिया

आईसीएआई ने जलवायु परिवर्तन रोकथाम को बढ़ावा देने के लिए कर लाभ का सुझाव दिया

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Modified Date: January 3, 2025 / 08:26 PM IST
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Published Date: January 3, 2025 8:26 pm IST

नयी दिल्ली, तीन जनवरी (भाषा) चार्टर्ड एकाउंटेंट की शीर्ष संस्था आईसीएआई ने जलवायु परिवर्तन रोकथाम रणनीतियों को बढ़ावा देने के लिए कर लाभ और आयकर रिटर्न फॉर्म में शेयरों और प्रतिभूतियों से आय के लिए एक अलग खंड की मांग की है।

इसके अलावा, भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) ने साझेदार फर्मों और सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी) के लिए एक विशेष कर व्यवस्था के साथ ही आयकर रिटर्न फॉर्म को सरल बनाने का भी सुझाव दिया है।

संस्थान ने शुक्रवार को कहा कि उसने बजट से पहले दिये अपने सुझाव में आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने और पर्यावरणीय अनुकूल उपायों को प्रोत्साहित करने के लिए विवेकपूर्ण कर सुधारों की वकालत की है।

एक बयान में कहा गया, ”जलवायु परिवर्तन रोकथाम रणनीतियों को बढ़ावा देने के लिए कर लाभ का प्रावधान भारत के जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों में योगदान देगा और साथ ही टिकाऊ व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देकर आर्थिक वृद्धि को भी गति देगा।”

अन्य सुझावों के अलावा, आईसीएआई ने शेयरों और प्रतिभूतियों से आय दिखाने के लिए एक नये खंड का प्रस्ताव दिया है, जिसमें लाभांश, ब्याज या पूंजीगत लाभ से हुई आय के संबंध में कर देनदारी के प्रावधान होंगे।

संस्थान ने ई-फाइलिंग व्यवस्था में आय रिटर्न को दोषपूर्ण मानने के लिए शर्तों को तर्कसंगत बनाने और दोषपूर्ण रिटर्न को अमान्य मानने से पहले सुनवाई का मौका देने का सुझाव भी दिया है।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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