नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा) देश के सात प्रमुख शहरों में इस साल मकानों की बिक्री चार प्रतिशत घटकर करीब 4.6 लाख इकाई रह जाने का अनुमान है। वहीं मूल्य के हिसाब से बिक्री 16 प्रतिशत बढ़कर 5.68 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना है।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के अनुसार, भूमि, श्रम तथा निर्माण संबंधी कुछ कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के कारण इस वर्ष सात प्रमुख शहरों में औसत आवास की कीमतों में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
भारत में अग्रणी आवास ब्रोकरेज कंपनियों में से एक एनारॉक ने 2024 में बिक्री की मात्रा में गिरावट के लिए आम और विधानसभा चुनावों के बीच नियामक अनुमोदन में देरी तथा आवास परियोजनाओं के की पेशकश में कमी को जिम्मेदार ठहराया।
फिर भी आवास की कीमतों में वृद्धि से इस वर्ष मूल्य के संदर्भ में बिक्री में वृद्धि हुई।
एनारॉक ने अपने आवास बाजार के आंकड़े बृहस्पतिवार को जारी किए, जिसमें 2024 में सात प्रमुख शहरों में बिक्री में मामूली चार प्रतिशत की गिरावट के साथ 4,59,650 इकाई रह जाने का अनुमान है जबकि 2023 में यह 4,76,530 इकाई थी।
हालांकि, आवासीय इकाइयों का कुल बिक्री मूल्य 2024 में 16 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ 5.68 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वर्ष 4.88 लाख करोड़ रुपये था।
नई आवासीय संपत्तियों की आपूर्ति पर एनारॉक के आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में 4,45,770 इकाइयों की तुलना में 2024 में यह आंकड़ा सात प्रतिशत की गिरावट के साथ 4,12,520 इकाई रहा।
आंकड़ों पर एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘ भारतीय आवास क्षेत्र के लिए 2024 मिलाजुला रहा है। आम और विधानसभा चुनावों के नकारात्मक प्रभाव के अलावा, परियोजना अनुमोदन में भी कमी आई जिससे नए आवासों की आपूर्ति पर असर पड़ा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हालांकि 2023 की तुलना में बिक्री में मामूली गिरावट देखी गई, लेकिन औसत मूल्य वृद्धि तथा इकाई आकार में वृद्धि से कुल बिक्री मूल्य में 16 प्रतिशत की वृद्धि से इसकी भरपाई हो गई।’’
पुरी ने कहा कि वर्ष 2024 में शीर्ष सात शहरों में औसत कीमत में 21 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी गई।
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