नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) चीन की एक प्रमुख उपकरण विनिर्माता कंपनी हायर ग्रुप ने भारत के जेएसडब्ल्यू ग्रुप के साथ एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने की योजना बनाई है, जिसमें 1,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक, हायर ग्रुप का यह प्रस्ताव मंजूरी के लिए सरकार को सौंप दिया गया है। वर्ष 2020 के प्रेस नोट तीन के तहत भारत के साथ जमीनी सीमा साझा करने वाले देशों की सभी कंपनियों को सरकारी अनुमोदन लेना जरूरी होता है।
भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले देश चीन, बांग्लादेश, पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, म्यांमा और अफगानिस्तान हैं।
सूत्र ने कहा कि हायर ग्रुप के इस प्रस्ताव को उस समिति के समक्ष रखा गया था जो ऐसे आवेदनों की जांच करती है। प्रेस नोट के तहत आवेदनों पर विचार करने के लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में एक अंतर-मंत्रालयी समिति गठित की गई है।
इस संबंध में हायर ग्रुप और जेएसडब्ल्यू ग्रुप दोनों को ही भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला है।
पिछले साल नवंबर में जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने चीन की दिग्गज वाहन कंपनी एसएआईसी मोटर के साथ एमजी मोटर इंडिया में 35 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक संयुक्त उद्यम पर हस्ताक्षर किए थे। इस संयुक्त उद्यम का नाम जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड हो चुका है।
हायर ग्रुप अपनी अनुषंगी इकाई हायर अप्लायंसेज इंडिया के माध्यम से भारत में परिचालन करता है। इस अनुषंगी की स्थापना 2003 में हुई थी। यह घरेलू उपकरणों और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार के अग्रणी ब्रांड में से एक है और पुणे एवं ग्रेटर नोएडा में दो विनिर्माण संयंत्र संचालित करती है।
हायर इंडिया का कारोबार 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का है। यह अपने किफायती विकल्पों के साथ ग्रामीण एवं छोटे शहरों और शहरी बाजारों से भारतीय मध्यम वर्ग से उपकरणों की बढ़ती मांग पूरा करने के लिए लगातार अपनी विनिर्माण क्षमता का विस्तार कर रही है।
चीन और अमेरिका के बाद हायर ग्रुप के लिए भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है, जहां इसने अबतक 3,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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