नयी दिल्ली, एक जनवरी (भाषा) देश में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह दिसंबर महीने में 7.3 प्रतिशत बढ़कर 1.77 लाख करोड़ रुपये रहा है। घरेलू और निर्यात मदों में कर वापसी के बावजूद जीएसटी संग्रह बढ़ा है।
बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, केंद्रीय जीएसटी संग्रह 32,836 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 40,499 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) 47,783 करोड़ रुपये और उपकर 11,471 करोड़ रुपये रहा।
इसके साथ कुल माल एवं सेवा कर राजस्व 7.3 प्रतिशत बढ़कर 1.77 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले इसी महीने में यह 1.65 लाख करोड़ रुपये था।
आलोच्य महीने में घरेलू लेन-देन से जीएसटी 8.4 प्रतिशत बढ़कर 1.32 लाख करोड़ रुपये रहा जबकि आयात पर कर से प्राप्त राजस्व करीब चार प्रतिशत बढ़कर 44,268 करोड़ रुपये रहा।
जीएसटी संग्रह नवंबर महीने में सालाना आधार पर 8.5 प्रतिशत बढ़कर 1.82 लाख करोड़ रुपये रहा था। अबतक का सर्वाधिक जीएसटी संग्रह अप्रैल, 2024 में 2.10 लाख करोड़ रुपये रहा था।
माह के दौरान 22,490 करोड़ रुपये इकाइयों को वापस किये गये, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह राशि 15,473 करोड़ रुपये थी। लौटाई गई राशि के समायोजन के बाद शुद्ध जीएसटी संग्रह 3.3 प्रतिशत बढ़कर 1.54 लाख करोड़ रुपये रहा।
डेलॉयट इंडिया के भागीदार एम एस मणि ने कहा, ‘‘हालांकि, कुल जीएसटी संग्रह में सालाना आधार पर 8.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, पर यह ध्यान रखना होगा कि यह कुल ‘रिफंड’ में वृद्धि के बावजूद है। यह दर्शाता है कि जीएसटी संग्रह और ‘रिफंड’ के लिए एक अच्छा जीएसटी ढांचा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू और निर्यात ‘रिफंड’ दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि से संकेत मिलता है कि कुल मिलकार कर वापसी का ढांचा अब स्थिर है और इसका क्रियान्वयन मजबूत स्तर पर है।’’
केपीएमजी के भागीदार अभिषेक जैन ने कहा कि जीएसटी संग्रह में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि में कुछ नरमी के अनुरूप है। इस तिमाही में इसमें तेजी आने की उम्मीद है।
भाषा रमण अजय
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