नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) अमेरिका में कथित रिश्वत मामले में अदाणी समूह के प्रवर्तकों पर अभियोग लगाए जाने के बीच निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स ने समूह की कंपनियों पर अपना भरोसा जताया है।
अमेरिकी अभियोजकों ने समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी और उनके भतीजे सागर सहित सात अन्य पर सौर ऊर्जा आपूर्ति अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 26.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की रिश्वत देने की योजना में शामिल होने का आरोप लगाया है।
इस बीच, जीक्यूजी ने पांच पन्नों का बयान जारी कर कहा कि अभियोग कर्मचारियों पर है, कंपनी पर नहीं।
जीक्यूजी ने कहा, ‘‘हम व्यक्तियों बनाम कंपनियों के आरोपों के अंतर को पहचानते हैं। हमारा मानना है कि जिन कंपनियों में हमने निवेश किया है, उनके मूल सिद्धांत मजबूत बने हुए हैं।’’
इससे पहले जनवरी, 2023 में अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद भी जीक्यूजी पार्टनर्स मुश्किल समय में समूह के लिए एक मददगार के रूप में उभरी थी।
जीक्यूजी ने कहा कि उसका भारत के बंदरगाह से लेकर बिजली क्षेत्र में कार्यरत समूह में निवेश 8.1 अरब डॉलर है। यह समूह की 21 नवंबर तक करीब 157 अरब डॉलर की कुल परिसंपत्तियों का सिर्फ 5.2 प्रतिशत बैठता है।
उसने कहा कि अदाणी समूह के शेयरों में उतार-चढ़ाव के बावजूद हमारा मानना है कि इस स्तर का निवेश का प्रबंधन किया जा सकता है।
भाषा अजय पाण्डेय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नेपाल में सोने पर सीमा शुल्क में 50 प्रतिशत की…
37 mins agoरुपया 12 पैसे की तेजी के साथ 84.29 प्रति डॉलर…
43 mins ago