नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को ऑस्ट्रेलियाई पेंशन कोष को भारत में नवीकरणीय ऊर्जा, विनिर्माण, शिक्षा, वित्तीय प्रौद्योगिकी और कृषि प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
मंत्री दोनों देशों के संयुक्त मंत्रिस्तरीय आयोग में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया में हैं।
उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों के संबंध में ऑस्ट्रेलिया की खनिज परिषद की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तानिया कॉन्स्टेबल के साथ एक बैठक भी की।
वाणिज्य मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘मंत्री ने ऑस्ट्रेलियाई पेंशन कोषों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों से मुलाकात की। बैठक के दौरान बातचीत भारत सरकार की मजबूत नीतियों और सुधार एजेंडा पर केंद्रित रही। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। मंत्री ने भारत के उभरते क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया।’’
कोबाल्ट, तांबा, लिथियम, निकल आदि जैसे खनिज स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी के उत्पादन में ऐसे खनिजों की मांग है।
गोयल ने क्रूज लाइन्स इंटरनेशनल एसोसिएशन के प्रबंध निदेशक जोएल काट्ज के साथ बैठक के दौरान भारत में तटीय पर्यटन को बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की।
वाणिज्य मंत्री ने एयरट्रंक के संस्थापक और सीईओ रॉबिन के के साथ भी बातचीत की और भारत के डिजिटलीकरण तथा दोनों देशों के बीच डेटा बुनियादी ढांचे क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
ऑस्ट्रेलिया ने अप्रैल, 2000 और जून, 2024 तक 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया है। इसके साथ ऑस्ट्रेलिया भारत में 25वां सबसे बड़ा निवेशक है।
भाषा रमण अजय
अजय
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