नई दिल्ली: Google Chrome Incognito Mode History: Google Chrome जिसका दुनियाभर में इंटरनेट सर्फिंग के लिए उपयोग किया जाता है। Google Chrome अपने यूजर्स को एक ऐसी सर्विस भी देता है, जिसका पोर्न देखने वाले सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। जी हां आपने सही समझा हम बात कर रहे हैं Incognito मोड की, जिसका उपयोग ये समझकर किया जाता है कि इसमें आपकी सर्च हिस्ट्री सेव नहीं होती। लेकिन अब तक आप गलत थे, क्योंकि खुद गूगल ने कोर्ट में ये बात कबूल की है कि कंपनी ने यूजर्स का डेटा रिकॉर्ड किया है। हालांकि राहत की बात तो ये है कि अब गूगल ने इस डेटा को नष्ट करेगा।
Google Chrome Incognito Mode History: गूगल के कारनामों का खुलासा तब हुआ जब साल 2020 में अमेरिका के कैलिफोर्निया के फेडरल कोर्ट में गूगल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। गूगल पर आरोप लगे कि वह Incognito मोड में भी यूजर का डेटा सेव करता है और सारी एक्टिविटी को ट्रैक करता है। हालांकि मामले में सुनवाई के दौरान गूगल ने कोर्ट में इस बात से इंकार कर दिया। आरोप लगाने वाले की ओर से गूगल को ये भी कहा गया था कि या तो वो कुल 5 अरब डॉलर (45 हजार करोड़ रुपए) का जुर्माना भरे, या हर यूजर को 5000 डॉलर (4 लाख रुपए से ज्यादा) का हर्जाना दे।
वहीं, मामला सामने आने के बाद गूगल ने होशियारी दिखाते हुए बहुत ही छोटे और पतले अक्षर में अपने ब्राउजर की शर्तों में एक लाइन “Others who use this device won’t see your activity, so you can browse more privately” यानि इस डिवाइस का उपयोग करने वाले अन्य लोग आपकी गतिविधि नहीं देखेंगे, इसलिए आप अधिक निजी रूप से ब्राउज़ कर सकते हैं।
मामले की विस्तृत जांच के बाद ये बात सामने आई कि गूगल पर लगे आरोप सही है। जांच में दोषी पाए जाने के बाद गूगल ने फैसला किया कि वो Incognito मोड के करोड़ों-अरबों यूजर्स का डेटा नष्ट करेगा। इस बात की जानकारी खुद गूगल ने कोर्ट में दी है। कोर्ट के इस फैसले से आप डेटा डिलीट होने पर खुश हो सकते हैं या एक्टिविटी रिकॉर्ड होने पर दुखी।
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