Gold Silver Rate Today: नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतों में मजबूती के रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने का भाव 1,070 रुपये के उछाल के साथ 68,420 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 67,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 1,120 रुपये की तेजी के साथ 78,570 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। इससे पिछले कारोबारी सत्र में यह 77,450 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती के करीब पहुंच रहा है जिससे सर्राफा कीमतों में बढ़ोतरी को रफ्तार मिल रही है। ‘‘इसके अतिरिक्त चीन की मजबूत मांग भी सोने की कीमतों में वृद्धि का कारण बन रही है।’’इस बीच, एमसीएक्स के वायदा कारोबार में सोने के जून अनुबंध का भाव 978 रुपये चढ़कर 68,679 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी के मई अनुबंध का भाव 763 रुपये की तेजी के साथ 75,811 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया।
विदेशी बाजार कॉमेक्स में हाजिर सोने की कीमतें 2,265.73 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस तक चढ़ गईं और अंतिम बार इसका भाव 2,257.10 डॉलर प्रति औंस बोला गया। जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में ईबीजी – जिंस एवं मुद्रा शोध विभाग के उपाध्यक्ष प्रणव मेर ने कहा, ‘‘विदेशी वायदा में सोना 2,280 डॉलर प्रति औंस से ऊपर और एमसीएक्स वायदा में 69,487 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया है, क्योंकि अमेरिकी वृद्धि के आंकड़े उम्मीद से बेहतर हैं और मुद्रास्फीति 2.5 प्रतिशत से ऊपर है, जो फेडरल रिजर्व की जून बैठक में ब्याज दर में अपेक्षित कटौती के बारे में चिंता पैदा करता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘डॉलर इंडेक्स स्थिर कारोबार कर रहा है क्योंकि ईस्टर की छुट्टियों के कारण आज कई बाजार बंद हैं।’’
चांदी भी बढ़त के साथ 25.13 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी। पिछले सत्र में यह 24.55 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था। बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान में एसोसिएट उपाध्यक्ष बुनियादी मुद्रा एवं जिंस प्रवीण सिंह ने कहा, ‘‘इसके अलावा, सोमवार को मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) सहित प्रमुख अमेरिकी आंकड़े जारी किए जाएंगे, जो फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति के दृष्टिकोण को आगे की दिशा प्रदान करेंगे।’’