पणजी, नौ नवंबर (भाषा) गोवा सरकार की गेंदा फूल (मैरीगोल्ड) उत्पादकों को दी जाने वाली सब्सिडी, उत्पादकों के लिए वरदान साबित हो रही है और इससे गोवा की पड़ोसी राज्य कर्नाटक और महाराष्ट्र पर निर्भरता कम हो गई है। शनिवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
गोवा के कृषि निदेशक संदीप फाल देसाई ने पीटीआई-भाषा से कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं ने किसानों को गेंदा फूल की खेती के तहत रकबा बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया है।
दशहरा, दिवाली और पड़वा जैसे त्योहारों के दौरान इस तटवर्ती राज्य में गेंदा फूल की अच्छी मांग होती है और इसके लिए पिछले कुछ वर्षों में अन्य राज्यों पर निर्भरता काफी कम हो गई है।
इस साल, 400 से अधिक किसानों ने 30 हेक्टेयर रकबे में 180 टन गेंदा फूल का उत्पादन किया है।
फल देसाई ने कहा कि वर्ष 2022 में 15 हेक्टेयर में गेंदा की खेती हुई और वर्ष 2023 में यह बढ़कर 25 हेक्टेयर हो गई और इस साल यह 30 हेक्टेयर है।
अधिकारी ने कहा कि किसानों को प्रति हेक्टेयर 75,000 रुपये की सब्सिडी मिलती है, जिसमें राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत 16,000 रुपये और फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की योजना के तहत 59,000 रुपये शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि बारदेज, सत्तारी, संगुएम, कैनाकोना और क्यूपेम के किसान गेंदा की खेती कर रहे हैं क्योंकि इससे तुरंत पैसा मिलता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने फूलों की खेती योजना के लिए चालू वित्त वर्ष के लिए 90 लाख रुपये आवंटित किए हैं।
भाषा राजेश राजेश पाण्डेय
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