नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) वित्तीय आसूचना इकाई (एफआईयू) ने 11,000 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाने और 461 किलोग्राम मादक पदार्थों की जब्ती में मदद की है। वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
वित्त मंत्रालय के तहत आने वाली वित्तीय आसूचना इकाई धन शोधन, आतंकवाद के वित्तपोषण से संबंधित संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के बारे में सूचना एकत्रित करती है, उसका विश्लेषण करती है और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इसकी जानकारी देती है।
एफआईयू-आईएनडी द्वारा एजेंसियों के साथ साझा की गई खुफिया जानकारी के परिणामस्वरूप 983 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई, 2,763 करोड़ रुपये की अपराध की कमाई की पहचान की गई तथा 10,998 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला।
इसके अलावा, 461 किलोग्राम मादक पदार्थों की जब्ती, 39.14 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूलने और धन शोधन व आतंकवाद के वित्तपोषण के मामलों में 184 गिरफ्तारियां करने में मदद मिली।
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान अप्रैल से 27 नवंबर, 2024 के बीच 46.31 प्रतिशत अधिक ‘रिफंड’ जारी किए गए। यह राशि 3.08 लाख करोड़ रुपये बैठती है।
भाषा निहारिका अजय
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