नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाषा) सरकार ने अपतटीय क्षेत्रों में खनिज ब्लॉक की नीलामी का बृहस्पतिवार को पहला दौर शुरू किया। इस दौर में कुल 13 खदानें बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
नीलामी के इस दौर में सरकार तीन लाइम मड, तीन कंस्ट्रक्शन सैंड और सात पॉलीमेटेलिक नोड्यूल एवं क्रस्ट खदानों को बेचने जा रही है।
ये खनिज बुनियादी ढांचे के विकास, उच्च तकनीक विनिर्माण और हरित ऊर्जा बदलाव के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं।
खदानों के आवंटन से देश के अपतटीय क्षेत्रों में समुद्र के नीचे खनिज संसाधनों की खोज और विकास में आगे बढ़ने की संभावना सुनिश्चित होगी। अपतटीय क्षेत्रों में प्रादेशिक जल, महाद्वीपीय मग्नतट, विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र और अन्य समुद्री क्षेत्र आते हैं।
इस नीलामी की शुरुआत पर आयोजित कार्यक्रम में कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि इन अपतटीय ब्लॉकों की खोज से देश की खनिज संपदा मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि भारत में महत्वपूर्ण खनिजों की मांग बढ़ने की संभावना को देखते हुए सरकार बहुत जल्द महत्वपूर्ण खनिज मिशन शुरू करने जा रही हैं।
इस मौके पर खान सचिव वी एल कांता राव ने कहा कि सरकार इन खनिजों के उपयोग को लेकर भागीदारों की तलाश कर रही है। उन्होंने इन खनिजों पर शोध और विकास पर भी जोर दिया।
पिछले साल अगस्त में संसद ने अपतटीय क्षेत्र खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 2002 में संशोधन किया था। संशोधित कानून में अपतटीय क्षेत्रों में खनिज ब्लॉकों के आवंटन के लिए नीलामी को अनिवार्य कर दिया गया था।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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