रायपुर। कोविड-19 महामारी की इस अप्रत्याशित व चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में, जब केवल कुछ अनिवार्य सेवाओं व क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, बैंकिग और पुलिस बल ही अपनी सेवाएं प्रदान कर पा रहे हैं। ऐसी विषम परिस्थिति में सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने में अग्रणी संस्था ‘कर्मचारी भविष्य निधि संगठन’, क्षेत्रीय कार्यालय, रायपुर के कर्मचारियों में भी प्रवासी मजदूरों के प्रति संवेदनशीलता दिखाई है। कर्मचारियों ने मजदूरों को सहायता देने के लिए 37000 की राशि एकत्रित कर उनकी मदद की है।
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एक ओर जहां भविष्य निधि संगठन के दिनांक 29 मार्च 2020 से ‘अनिवार्य सेवाओं में शामिल होने के पश्चात से ही लॉकडाउन के दौरान भी पूरी तत्परता से अपना योगदान प्रदान करते हुए नियमित रूप से कार्यालय आकर श्रमिकों के भविष्य निधि दावों का निपटान कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कर्मचारी अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति भी संवेदनशील हैं । कर्मचारियों ने हर विषम व प्रतिकूल परिस्थिति में ‘सहायता करने’ की अपनी प्रतिबद्धता का परिचय देते हुए इस महामारी से प्रभावित व लॉकडाउन के दौरान तमाम संघर्षों और व्यवधानों का सामना करते हुए, अपने गृह नगर लौटते हुए प्रभावित प्रवासी मजदूरों के प्रति अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया और मजदूरों की स्थानीय स्तर पर सहायता करने के उद्देश्य से स्वैच्छिक आधार पर लगभग 37000/- रु. एकत्रित किए ।
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उल्लेखनीय है कि वर्तमान में अंतर्राज्यीय प्रवासी मजदूर बहुत बड़ी तादाद में छत्तीसगढ़ होते हुए अपने घरों को लौट रहे हैं । इस दौरान उनका एक पडाव रायपुर का टाटीबंध क्षेत्र है जहां महाराष्ट्र से आने वाले और फिर बिलासपुर या बस्तर की ओर जाने वाले प्रवासी मजदूर एकत्रित हो कर, फिर अपने गृह नगर की ओर रवाना हो रहे हैं ।
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EPFO के कर्मचारियों में इस बात की खबर होते ही, कुछ कर्मचारी वैयक्तिक रूप से उस क्षेत्र में गए और इन प्रवासी मजदूरों की तात्कालिक जरूरतों को समझने का प्रयास किया । फिर अपने साथी कर्मचारियों से स्वैच्छिक आधार पर राशि एकत्रित की । सहायता सामग्री के रूप में विशेष रूप से बनाए गए नाश्ते के पैकेट, दूध, ओआरएस के पैकेट, सैनिटरी नेपकीन, पानी के पाउच, फल, आवश्यक दवाइयों आदि का क्रय किया गया और यह भी तय किया गया कि लगातार चार दिनों तक लगभग 100 प्रवासी मजदूरों के लिए खाद्य व अन्य राहत सामग्री स्थल पर जाकर वितरित की जाएगी ।
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क्षेत्रीय कार्यालय, रायपुर के क्षेत्रीय आयुक्त जय कुमार ने इन प्रयासों के लिए पहल करने वाले कर्मचारियों प्रवीण कुमार सोनी, मनोज विश्वास, श्रीमती मोहिनी शेष, एस. विनोद कुमार, अविनाश काकडे, रतन तिवारी व सुरेश कुमार को उनकी इस संवेदनशीलता व प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए किए जा रहे इन सार्थक प्रयासों की भूरिभूरि प्रशंसा की और अपनी ओर से एक कार्य दिवस के वेतन का त्वरित सहयोग देते हुए यह विश्वास व्यक्त किया कि कार्यालय के कर्मचारियों का यह प्रयास सभी संबंद्ध के लिए भी एक आदर्श होगा ।