नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( ईपीएफओ) ने पिछले साल नवंबर में शुद्ध रूप से 14.63 लाख सदस्य जोड़े हैं। यह सालाना आधार पर 4.88 प्रतिशत अधिक है। निश्चित वेतनमान पर रखे जाने वालों के कर्मचारियों के आंकड़ों (पेरोल) से यह जानकारी मिली।
श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुद्ध रूप से सदस्यों की संख्या में वृद्धि रोजगार के अवसर बढ़ने और कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता को दर्शाती है। इसे ईपीएफओ की प्रभावी पहुंच पहलों से बल मिला है।
मंत्रालय ने कहा कि मासिक आधार पर, अक्टूबर 2024 की तुलना में शुद्ध रूप से सदस्यों की वृद्धि 9.07 प्रतिशत रही।
अस्थायी पेरोल आंकड़ों से पता चलता है कि ईपीएफओ ने नवंबर 2024 में लगभग 8.74 लाख नए सदस्यों का पंजीकरण किया, जो एक साल पहले के इसी महीने की तुलना में 18.80 प्रतिशत और यह अक्टूबर, 2024 के मुकाबले 16.58 प्रतिशत अधिक है।
मंत्रालय ने कहा कि आंकड़ों का एक महत्वपूर्ण पहलू 18-25 आयु वर्ग का दबदबा होना है। इस आयु वर्ग में 4.81 लाख नए सदस्य जुड़े हैं, जो नवंबर 2024 में जोड़े गए कुल नए सदस्यों का 54.97 प्रतिशत है।
नवंबर, 2024 में 18-25 वर्ष आयु वर्ग में शुद्ध रूप से 5.86 सदस्य जोड़े गये थे, जो अक्टूबर 2024 की तुलना में 7.96 प्रतिशत अधिक है।
मंत्रालय ने कहा कि यह पहले की प्रवृत्ति के अनुरूप है, जो यह दर्शाता है कि संगठित कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश व्यक्ति युवा हैं। इनमें भी मुख्य रूप से वे हैं जो पहली बार नौकरी तलाश रहे हैं।
नवंबर के पेरोल आंकड़ों के अनुसार, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से लगभग 14.39 लाख सदस्य निकल गए और बाद में दोबारा संगठन से जुड़ गए।
यह आंकड़ा पिछले महीने यानी अक्टूबर, 2024 की तुलना में 11.47 प्रतिशत और सालाना आधार पर नवंबर, 2024 में 34.75 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि है।
इन सदस्यों ने अपनी नौकरियां बदल लीं और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में पुनः शामिल हो गए तथा अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपनी संचित राशि को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना।
आंकड़ों के स्त्री-पुरूष आधार पर विश्लेषण से पता चलता है कि नवंबर, 2024 के दौरान जोड़े गए नए सदस्यों में से लगभग 2.40 लाख महिलाएं हैं। अक्टूबर, 2024 की तुलना में इसमें 14.94 प्रतिशत की वृद्धि है वहीं नवंबर, 2023 से तुलना करने पर सालाना वृद्धि 23.62 प्रतिशत है।
इसके अलावा, नवंबर के दौरान शुद्ध रूप से जोड़ी गयी महिला सदस्यों की संख्या 3.13 लाख रही, जो अक्टूबर 2024 के मुकाबले 12.16 प्रतिशत जबकि पिछले साल नवंबर से 11.75 प्रतिशत अधिक है।
मंत्रालय ने कहा कि महिला सदस्यों की संख्या में वृद्धि अधिक समावेशी और विविध कार्यबल की ओर व्यापक बदलाव का संकेत है।
आंकड़ों के राज्यवार विश्लेषण से पता चलता है कि शीर्ष पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में शुद्ध सदस्य वृद्धि लगभग 59.42 प्रतिशत है, जिससे माह के दौरान कुल मिलाकर लगभग 8.69 लाख शुद्ध सदस्य जुड़े।
सभी राज्यों में, महाराष्ट्र नवंबर के दौरान शुद्ध रूप से 20.86 प्रतिशत सदस्य जोड़कर अग्रणी है।
समीक्षाधीन माह के दौरान महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में व्यक्तिगत रूप से शुद्ध रूप से कुल सदस्यों में पांच प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई।
नौकरी का यह आंकड़ा अस्थायी है क्योंकि आंकड़े तैयार करना और कर्मचारी रिकॉर्ड को अद्यतन करना एक सतत प्रक्रिया है।
भाषा अनुराग रमण
रमण
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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