इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम 2024 को बढ़ाया जाएगा: भारी उद्योग मंत्री |

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम 2024 को बढ़ाया जाएगा: भारी उद्योग मंत्री

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम 2024 को बढ़ाया जाएगा: भारी उद्योग मंत्री

:   Modified Date:  September 9, 2024 / 01:12 PM IST, Published Date : September 9, 2024/1:12 pm IST

नयी दिल्ली, नौ सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि इलेक्ट्रिक दोपहिया तथा तिपहिया वाहनों को प्रोत्साहन देने वाली ‘इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन’ योजना 2024 को फेम-3 को अंतिम रूप दिए जाने तक बढ़ाया जाएगा।

ऑटोमोटिव कम्पोनेंट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसीएमए) के वार्षिक सत्र में भारी उद्योग मंत्री कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘ (हाइब्रिड एवं) इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने व विनिर्माण (फेम) से जुड़ी योजना के तीसरे चरण को अंतिम रूप देने में कुछ और समय लगेगा।’’

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (ईएमपीएस) को बढ़ाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ इसे एक या दो महीने के लिए और बढ़ाया जाएगा।’’

यह योजना इस महीने समाप्त हो रही है।

उद्योग जगत से न घबराने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ इसे फेम-3 की घोषणा होने तक बढ़ाया जाएगा।’’

ईएमपीएस अप्रैल में शुरू की गई थी और इसे 30 सितंबर तक बढ़ा दिया गया था। फेम-3 अस्थायी ‘इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम’ (ईएमपीएस) 2024 की जगह लेगी।

फेम-3 के व्यय पर पूछे जाने पर कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘ इसकी घोषणा थोड़े समय में की जाएगी।’’

विस्तृत जानकारी दिए बिना उन्होंने कहा, ‘‘ फेम-3 में…फेम-2 में कुछ संशोधन किए जाएंगे, जिसके लिए काम जारी है।’’

मंत्री ने साथ ही कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करना जारी रखेगी कि भारत विनिर्माण तथा नवाचार में वैश्विक अग्रणी बना रहे।

इसी सत्र में, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष संजीव पुरी ने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी होने के लिए सरकार, उद्योग तथा शिक्षा जगत के बीच सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि इसमें मोटर वाहन उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है।

उन्होंने भविष्य की जरूरतों के लिए कार्यबल को कुशल बनाने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करने के अलावा नवाचार पर ध्यान केंद्रित करने और वैश्विक व्यवधानों के प्रभाव से उबरने के लिए एक स्थायी आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने की जरूरत को भी रेखांकित किया।

भाषा निहारिका

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