नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने शुक्रवार को विनिर्माण से जुड़े स्टार्टअप को बढ़ावा देने की अपनी पहल के लिए एचसीएल सॉफ्टवेयर के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की।
डीपीआईआईटी देश में स्टार्टअप विनिर्माण परिवेश का समर्थन करने के लिए एक ऐसा वातावरण बना रहा है जहां कॉरपोरेट घराने विनिर्माण स्टार्टअप को शुरुआत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत, डीपीआईआईटी ने अब तक उद्योग के विभिन्न पक्षों के साथ 80 से अधिक समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
बयान में कहा गया है, “स्टार्टअप को वैश्विक बाजार में पहुंच के लिए ‘एचसीएल सिंक’ कार्यक्रम तक पहुंच प्राप्त होगी, जिससे उन्हें दुनियाभर में अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा, जिससे भारतीय नवाचार को अंतरराष्ट्रीय दर्शकों तक पहुंचाया जा सकेगा।”
इस पहल के उद्देश्यों में स्टार्टअप को अद्वितीय उत्पाद और समाधान बनाने के लिए प्रोत्साहित करके भारतीय बौद्धिक संपदा का विकास करना, उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार करना और एक मजबूत विनिर्माण परिवेश का निर्माण करना शामिल है।
डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव सिंह ने कहा कि इस कदम से देश में एक स्थायी विनिर्माण परिवेश स्थापित करने में मदद मिलेगी।
स्टार्टअप इंडिया के निदेशक सुमीत के जारंगल ने कहा कि इस पहल का प्राथमिक उद्देश्य अत्याधुनिक डिजिटल प्रौद्योगिकियों के साथ स्टार्टअप को सशक्त बनाकर और वैश्विक बाजारों तक पहुंच प्रदान करके भारत के विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना है।
भाषा अनुराग रमण
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