नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने विनिर्माण और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी वाले स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए उद्यम पूंजी कोष अवाना कैपिटल के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
डीपीआईआईटी ने शुक्रवार को कहा कि अवाना कैपिटल मेंटरशिप कार्यक्रमों और व्यापार मॉडल के माध्यम से विनिर्माण में विशेषज्ञता साझा करेगी।
उसने कहा, “भारत के विनिर्माण और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी वाले (डीप-टेक) स्टार्टअप तंत्र को बढ़ावा देने के लिए देश के पहले संस्थागत जलवायु-केंद्रित उद्यम पूंजी कोष अवाना कैपिटल ने प्रारंभिक स्टार्टअप में निवेश करते हुए डीपीआईआईटी के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।”
डीपीआईआईटी में संयुक्त सचिव संजीव ने कहा कि जलवायु-केंद्रित नवाचार और रणनीतिक मार्गदर्शन कार्यक्रमों में अवाना की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर विभाग का लक्ष्य स्टार्टअप को स्थिरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देते हुए उनकी वृद्धि में तेजी लाने में सक्षम बनाना है।
अवाना कैपिटल की संस्थापक साझेदार अंजलि बंसल ने कहा कि साझेदारी का उद्देश्य नीति, पूंजी और उद्योग में आवश्यक समर्थन प्रदान करना, स्टार्टअप को आगे बढ़ने में सक्षम बनाना और दक्षता बढ़ाना है।
अवाना और उसके सहयोगियों ने विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करने वाले 35 से अधिक स्टार्टअप में निवेश किया है।
डीपीआईआईटी ने आईटीसी लिमिटेड, वालमार्ट, बोट और फ्लिपकार्ट के साथ इसी तरह के समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं।
भाषा अनुराग रमण
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)