नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) दूरसंचार विभाग ने भारतीय शैक्षणिक संस्थानों या अनुसंधान एवं विकास संस्थानों से ‘क्वांटम मानकीकरण और परीक्षण प्रयोगशालाओं’ पर शोध प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। रविवार को एक आधिकारिक बयान में यह सूचना दी गई।
इसका लक्ष्य क्वांटम प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना है, तथा क्वांटम संचार प्रणालियों की अंतर-संचालनीयता, विश्वसनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
ये प्रयोगशालाएं नवाचार केंद्र के रूप में कार्य करेंगी, तथा क्वांटम प्रौद्योगिकी डेवलपरों, परीक्षण उपकरण निर्माताओं और शैक्षिक शोधकर्ताओं को एकजुट करेंगी, ताकि सभी नागरिकों के लाभ के लिए क्वांटम प्रौद्योगिकियों की पूर्ण क्षमता का पता लगाया जा सके और उसका उपयोग किया जा सके।
बयान में कहा गया, “यह पहल प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण ‘जय अनुसंधान’ के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य दूरसंचार उत्पादों और प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास को समर्थन देना है जो सीधे भारतीय नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाते हैं।”
यह भारत को क्वांटम प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भर बनाने और इस अत्याधुनिक क्षेत्र में वैश्विक मानक स्थापित करने की दिशा में प्रयासों को रेखांकित करता है।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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