नयी दिल्ली, 10 जनवरी (भाषा) केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री एस रवनीत सिंह बिट्टू ने शुक्रवार को कहा कि उनका मंत्रालय, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन और एचयूएल पंजाब में टमाटर उत्पादन और पेस्ट निर्माण को बढ़ाने के लिए संयुक्त रूप से विचार-विमर्श करेंगे।
मंत्री ने पंजाब के राजपुरा में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) संयंत्र के दौरे के दौरान यह घोषणा की। उन्होंने टमाटर की खेती में राज्य की अप्रयुक्त क्षमता की बात कही।
राजपुरा में एचयूएल संयंत्र में केचप उत्पादन के लिए सालाना 11,423 टन टमाटर पेस्ट की आवश्यकता होती है, लेकिन वर्तमान में पंजाब से केवल 50 टन ही प्राप्त होता है।
बिट्टू ने कहा, ‘‘पंजाब के किसान भारत में सबसे अच्छी रंग गुणवत्ता वाले टमाटर का उत्पादन करते हैं, जैसा कि एचयूएल राजपुरा ने पुष्टि की है। फिर भी, हम कुल आवश्यकता का केवल दो प्रतिशत ही आपूर्ति करते हैं। उचित मूल्य सुनिश्चित होने पर, हमारे किसान उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकते हैं।’’
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि मंत्री ने स्थानीय खेती को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने वाले हाइब्रिड टमाटर के बीज विकसित करने के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) लुधियाना को शामिल करने का प्रस्ताव दिया।
महाराष्ट्र के मजबूत टमाटर प्रसंस्करण क्षेत्र के साथ तुलना करते हुए, बिट्टू ने सवाल किया कि पंजाब समान सफलता क्यों नहीं हासिल कर सका।
उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र टमाटर की खेती करने वाले पंजाब के किसानों को पूरा समर्थन देगा।
अधिकारियों ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य टमाटर उत्पादन और प्रसंस्करण में पंजाब की स्थिति को मजबूत करने के लिए सरकारी संस्थानों और निजी क्षेत्र के बीच तालमेल बनाना है।
भाषा राजेश राजेश रमण
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