मुंबई, 31 जनवरी (भाषा) व्यक्तिगत ऋण खंड में बैंक कर्ज की वृद्धि दिसंबर में घटकर 14.9 प्रतिशत रह गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इसका मुख्य कारण ‘अन्य व्यक्तिगत ऋण’, वाहन ऋण और क्रेडिट कार्ड बकाया में वृद्धि में गिरावट है।
सालाना आधार पर, 27 दिसंबर, 2024 को समाप्त पखवाड़े में गैर-खाद्य बैंक ऋण में वृद्धि घटकर 12.4 प्रतिशत रह गई, जो पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 15.8 प्रतिशत थी।
आंकड़ों के अनुसार, 27 दिसंबर, 2024 को समाप्त पखवाड़े तक कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए बैंक ऋण में 12.5 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े के लिए 19.4 प्रतिशत थी।
इसके अलावा, उद्योग को दिए जाने वाले कर्ज की वृद्धि सालाना आधार पर 7.4 प्रतिशत पर लगभग स्थिर रही।
प्रमुख उद्योगों में, ‘खाद्य प्रसंस्करण’, ‘पेट्रोलियम, कोयला उत्पाद और परमाणु ईंधन’ तथा ‘सभी इंजीनियरिंग’ के बकाया ऋण में उच्च वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए ऋण वृद्धि में कमी आई।
आरबीआई ने कहा, ‘‘27 दिसंबर, 2024 को समाप्त पखवाड़े तक व्यक्तिगत ऋण खंड में ऋण वृद्धि सालाना आधार पर घटकर 14.9 प्रतिशत रह गई, जबकि एक वर्ष पहले यह 17.6 प्रतिशत थी।
हालांकि, इस खंड के सबसे बड़े घटक ‘आवास’ ने सालाना आधार पर तीव्र वृद्धि दर्ज की।
सेवा क्षेत्र में भी 27 दिसंबर, 2024 को समाप्त पखवाड़े तक ऋण वृद्धि घटकर 13 प्रतिशत रह गई। पिछले वर्ष की इसी पखवाड़े में वृद्धि 20 प्रतिशत थी।
यह गिरावट मुख्य रूप से ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों’ (एनबीएफसी) और व्यापार क्षेत्रों को दिए जाने वाले ऋण में धीमी वृद्धि के कारण हुई। हालांकि, ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर’ और ‘पेशेवर सेवाओं’ के लिए ऋण वृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) में तेजी आई।
भाषा अनुराग अजय
अजय
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)