मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर और काम कर सकती है कंपनियां: रिपोर्ट |

मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर और काम कर सकती है कंपनियां: रिपोर्ट

मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर और काम कर सकती है कंपनियां: रिपोर्ट

:   Modified Date:  September 28, 2024 / 06:59 PM IST, Published Date : September 28, 2024/6:59 pm IST

मुंबई, 28 सितंबर (भाषा) देश में कंपनियां कार्यस्थलों पर मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए कदम उठा रही हैं। हालांकि बहुसंख्यक कर्मचारियों का मानना ​​है कि कंपनियां उनके समग्र कल्याण में सुधार के लिए और अधिक काम कर सकती हैं।

मानव संसाधन सेवा और कार्यबल समाधान प्रदाता जीनियस कंसल्टेंट्स की रिपोर्ट के अनुसार, सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 79 प्रतिशत से अधिक लोगों का मानना है कि उनके संगठन मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों और कल्याण के लिए और अधिक काम कर सकते हैं।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 66 प्रतिशत कर्मचारी अपनी वर्तमान कार्य संरचना के कारण अत्यधिक बोझ महसूस करते हैं तथा उनका मानना ​​है कि उनके कार्य-जीवन का संतुलन गंभीर रूप से बाधित हो रहा है।

जीनियस कंसल्टेंट्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आर पी यादव ने कहा, “हमें यह पहचानना चाहिए कि कर्मचारी कल्याण सिर्फ एक प्रवृत्ति नहीं है, बल्कि संगठनात्मक सफलता का एक महत्वपूर्ण पहलू है। आंकड़ों से पता चलता है कि बड़ी संख्या में कर्मचारी चिंता से जूझ रहे हैं और अपने कार्य वातावरण में बेचैनी महसूस कर रहे हैं। कंपनियों को मानसिक स्वास्थ्य और कार्य-जीवन संतुलन को प्राथमिकता देने वाले माहौल को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता है।”

यह रिपोर्ट पांच अगस्त से दो सितंबर, 2024 के बीच विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले 1,783 कर्मचारियों के बीच किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है।

इसमें कहा गया है कि 45 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी हर रविवार शाम को चिंता और बेचैनी का अनुभव करते हैं, जब वे सोमवार को काम पर लौटने की तैयारी करते हैं। जबकि 13 प्रतिशत इस बारे में मिश्रित भावनाएं रखते हैं।

इसके अलावा, 78 प्रतिशत लोगों ने बताया कि कार्यस्थल पर सहकर्मियों का दबाव और प्रबंधन तथा सहकर्मियों से व्यवहार संबंधी अपेक्षाएं बहुत मुश्किल हैं।

भाषा अनुराग रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)