नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने बुधवार को कहा कि भारत के लिये नवीन प्रौद्योगिकी को अपनाना काफी महत्वपूर्ण है और इसके साथ ही उसके लिये स्वच्छ ऊर्जा का भी काफी महत्व है।
कांत ने आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम को वीडियो लिंक से संबोधित करते हुये कहा कि भारत को आने वाले समय में देश में ही सौर ऊर्जा उत्पादों का विनिर्माता बनना होगा।
कांत ने निवेशकों का स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी तरफ बढ़ते झुकाव को ध्यान में रखते हुये कहा कि सौर ऊर्जा उद्योग को न केवल भारत के लिये विनिर्माण कार्य करना चाहिये बल्कि शेष दुनिया के लिये भी उसे इन्हें तैयार करना चाहिये।
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय स्टार्ट- अप्स और उद्यमियों को वृद्धि वाले नये क्षेत्रों में जाना चाहिये।’’
कांत ने कहा कि सरकार ने आटोमोबाइल और सौर ऊर्जा क्षेत्र में देश को विनिर्माण का बड़ा केन्द्र बनाने के लिये इन क्षेत्रों के लिये उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना बनाई है।
नीति आयोग के सीईओ ने इस बात पर भी गौर किया है कि बिजली वितरण कंपनियों में सुधारों की आवश्यकता है और सरकार ने यह भी घोषणा की है कि सभी संघ शासित प्रदेशों की वितरण कंपनियों का निजीकरण होना चाहिये।
दुनिया को आज कम कार्बन उत्सर्जन वाले उत्पादों की आवश्यकता है। कांत ने कहा, ‘‘इसलिये हमें निम्न कार्बन उत्सर्जन के अनुकूल औद्योगीकरण की तरफ बढ़ना चाहिये।’’
भाषा
महाबीर मनोहर
मनोहर
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