मुंबई, 30 जून (भाषा) जर्मनी के ड्यूश बैंक ने कहा है कि वह भारत में अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए शाखा मॉडल की तुलना में डिजिटल चैनल पर अधिक ध्यान देगा।
ड्यूश बैंक समूह, भारत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कौशिक शपारिया ने पीटीआई-भाषा को बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक के अनिवार्य भौगोलिक स्थान प्रतिबंध संबंधी नियमों में बदलाव करने से ग्राहकों को जोड़ने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, ”यदि विनियामक भौगोलिक प्रतिबंधों से परे डिजिटल पहुंच की अनुमति देता है, तो मुझे विश्वास है कि हम और अधिक कर सकते हैं।”
उन्होंने यहां एक बैंक कार्यक्रम के अवसर पर कहा, ”वर्तमान में इस पर प्रतिबंध हैं कि आप कहां से ग्राहकों को जोड़ सकते हैं, आपका स्थान कहां है, और ग्राहक के नजदीक किसी स्थान पर कार्यालय होना चाहिए, आदि।”
देश में शाखा रणनीति के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि भूगोल अब इतिहास की बात है और बैंक डिजिटल चैनल पर अधिक ध्यान देगा।
उन्होंने कहा, ”डिजिटलीकरण के साथ भूगोल इतिहास बन गया है। इसलिए, मुझे लगता है कि हम डिजिटल पर अधिक ध्यान देंगे।”
उन्होंने बताया कि इस समय देश में बैंक की 17 शाखाएं और गिफ्ट आईएफएससी में एक इकाई है।
ड्यूस बैंक के जर्मनी के बाद सबसे अधिक लगभग 20,000 कर्मचारी भारत में हैं।
भाषा पाण्डेय
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