नयी दिल्ली, 27 नवंबर (भाषा) रेटिंग एजेंसी इक्रा ने निर्माण गतिविधियों में सुस्ती के कारण चालू वित्त वर्ष (2024-25) में सीमेंट उद्योग के लिए अपने वृद्धि के अनुमान को घटाकर चार-पांच प्रतिशत कर दिया है। रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में सीमेंट की मांग 44.5 से 45 करोड़ टन रहेगी।
इस पहले जुलाई में इक्रा ने दूसरी छमाही में मांग में बेहतर वृद्धि की उम्मीद जताते हुए सीमेंट उद्योग में सात से आठ प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया गया था।
बयान के अनुसार, हालांकि, इक्रा ने अब अपने अनुमान को ‘आम चुनावों के बाद आवास और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों में अपेक्षा से धीमी वृद्धि के कारण’ संशोधित किया है।
इसके अलावा, मांग में कमी और अधिक आपूर्ति के कारण कीमतें दबाव में रहने के कारण परिचालन लाभ मार्जिन सालाना आधार पर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 3.75 प्रतिशत घटकर 12 प्रतिशत और पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में 1.92 प्रतिशत घटकर 14 प्रतिशत रह गया।
इसमें कहा गया, “अच्छे मानसून, बेहतर खरीफ उत्पादन और रबी फसल की बुवाई को समर्थन देने वाले जलाशयों के चरम स्तर के कारण कृषि नकदी प्रवाह में संभावित सुधार से दूसरी छमाही में ग्रामीण खपत में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे ग्रामीण आवास क्षेत्र में सीमेंट की मांग बढ़ेगी।”
इसके अलावा, शहरी आवास के लिए निरंतर अच्छी मांग से सीमेंट की मात्रा में वृद्धि का समर्थन करना चाहिए। बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर सरकारी खर्च में वृद्धि से दूसरी छमाही में बुनियादी ढांचा खंड में भी अधिक वृद्धि देखने को मिल सकती है।
भाषा अनुराग अजय
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