Milk Support Price : पशुपालक किसानों को बड़ा तोहफा, दूध के समर्थन मूल्य में इतने रुपए की बढ़ोतरी

पशुपालक किसानों को बड़ा तोहफा, दूध के समर्थन मूल्य में इतने रुपए की बढ़ोतरी, Big gift to cattle rearing farmers, increase in support price of milk by so much rupees

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  • Publish Date - March 17, 2025 / 02:59 PM IST,
    Updated On - March 17, 2025 / 03:08 PM IST

Rules For Milkman's

शिमला : Milk Support Price हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए राज्य का वार्षिक बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कम चर्चित पर्यटन स्थलों को लोकप्रिय बनाने के अलावा धार्मिक और पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा देगी। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करते हुए, सुक्खू ने कहा कि यह साल वित्तीय चुनौतियों से भरा है, क्योंकि राजस्व घाटा अनुदान कम कर दिया गया है और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) मुआवजा रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और कम चर्चित पर्यटन स्थलों को लोकप्रिय बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा चाय बागानों को पर्यावरण के अनुकूल गंतव्यों के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य की ऋण देनदारी बढ़कर 1,04,729 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें 29,046 लाख रुपये वर्तमान सरकार ने लिए हैं।

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Milk Support Price उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में लिए गए ऋण का 70 प्रतिशत पिछली सरकार के कर्ज और उसके ब्याज को चुकाने पर खर्च किया गया। ऐसे में विकास गतिविधियों पर केवल 8,093 रुपये खर्च किए गए। उन्होंने गाय के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में छह रुपये की बढ़ोतरी कर इसे 45 रुपये से 51 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 55 रुपये से बढ़ाकर 61 रुपये प्रति लीटर करने की घोषणा की। सुक्खू ने कहा कि 2025-26 में एक लाख किसानों को प्राकृतिक खेती के तहत लाने का लक्ष्य रखा गया है। अबतक लगभग 1.58 लाख किसान प्राकृतिक खेती को अपना चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रूप से कच्ची हल्दी उगाने वाले किसानों को 90 रुपये प्रति किलोग्राम का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हमीरपुर में मसाला पार्क स्थापित करने की योजना बना रही है।

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उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून के तहत लगे श्रमिकों की दैनिक मजदूरी 20 रुपये बढ़ाकर 300 रुपये से 320 रुपये प्रतिदिन की गई है। हिमाचल प्रदेश में नशे की लत से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के गठन की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि 2025-26 में करीब 500 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी और अगले वित्त वर्ष में शिमला रोपवे परियोजना शुरू की जाएगी।

हिमाचल प्रदेश के 2025-26 के बजट में क्या महत्वपूर्ण घोषणाएं की गईं?

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कम चर्चित पर्यटन स्थलों को लोकप्रिय बनाने, धार्मिक और पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा देने, और चाय बागानों को पर्यावरणीय गंतव्यों के रूप में विकसित करने की घोषणा की। इसके अलावा, गाय और भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने, और 500 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का लक्ष्य रखा गया है।

मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए क्या घोषणाएं कीं?

मुख्यमंत्री ने गाय के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 45 रुपये से बढ़ाकर 51 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध को 55 रुपये से बढ़ाकर 61 रुपये प्रति लीटर करने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक लाख किसानों को इस योजना में लाने का लक्ष्य रखा है और कच्ची हल्दी उगाने वाले किसानों को 90 रुपये प्रति किलोग्राम का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा।

हिमाचल प्रदेश में नशे की लत से निपटने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

मुख्यमंत्री ने राज्य में नशे की लत से निपटने के लिए एक विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के गठन की घोषणा की है।

शिमला में किस प्रकार के विकास कार्य शुरू होंगे?

सुक्खू ने शिमला रोपवे परियोजना शुरू करने की घोषणा की और इसके साथ ही 500 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का भी लक्ष्य रखा है।

मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के वित्तीय स्थिति के बारे में क्या कहा?

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में राजस्व घाटा और जीएसटी मुआवजा रुकने के कारण वित्तीय चुनौतियां हैं। राज्य की ऋण देनदारी बढ़कर 1,04,729 करोड़ रुपये हो गई है।