मुंबई : वैश्विक बाजारों में जारी बिकवाली के दबाव और घरेलू स्तर पर दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट की वजह से सोमवार को स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला जारी रहा और मानक सूचकांक सेंसेक्स करीब 365 अंक और लुढ़क गया। विश्लेषकों के मुताबिक, विदेशी कोषों का भारतीय शेयर बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी रहने और डॉलर के मुकाबले रुपये के अबतक के निम्नतम स्तर पर आने से भी कारोबारी धारणा पर असर पड़ा।
तीस शेयरों वाला सूचकांक बीएसई सेंसेक्स कारोबार के अंत में 364.91 अंक यानी 0.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,470.67 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 917.56 अंक तक फिसलते हुए 53,918.02 अंक पर आ गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 109.40 अंक यानी 0.67 प्रतिशत गिरकर 16,301.85 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से दिग्गज रिलायंस इंडस्ट्रीज को खासा नुकसान उठाना पड़ा। नेस्ले, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी के शेयर भी घाटे में रहे। इसके उलट पावरग्रिड कॉरपोरेशन, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, मारुति सुजुकी और बजाज फिनसर्व के शेयर लाभ में रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई एक्सचेंज बढ़त पर रहा। हांगकांग में अवकाश की वजह से बाजार बंद रहा। यूरोप में शेयर बाजार दोपहर के सत्र में निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे। इसके पहले शुक्रवार को अमेरिका में बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल का मानक ब्रेंट क्रूड 1.17 फीसदी गिरकर 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। शेयर बाजारों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को एफआईआई ने 5,517.08 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।