नयी दिल्ली, 14 जनवरी (भाषा) वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी भारतपे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नलिन नेगी ने कहा है कि कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 में करीब 30 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। कंपनी ने इसी वित्त वर्ष में कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) सकारात्मक होने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी का डेढ़ से दो साल में आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) लाने का विचार है।
भारतपे यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में अपनी हिस्सेदारी भी कम कर रही है और संभावित खरीदारों की तलाश के लिए रोथ्सचाइल्ड की सेवा ली है।
नेगी ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि भारतपे छोटे अधिग्रहणों के लिए तैयार है। जो कंपनियां में मूल्य जोड़ती हैं, वे इसके लिए उपयुक्त होंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘बहुत सारी फिनटेक (वित्तीय प्रौद्योगिकी) कंपनियां शुरू हुई हैं, कुछ अच्छा कर रही हैं, कुछ नहीं… कुछ के पास निश्चित रूप से बढ़त है लेकिन सही वित्तपोषण या संसाधन नहीं हैं, हम उनपर भी नजर रख रहे हैं।’’
कंपनी बाजार की स्थितियों के आधार पर अगले डेढ़ से दो साल में आईपीओ लाने पर विचार कर रही है।
यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी ने आईपीओ की तैयारी के सिलसिले में संचालन, अनुपालन और वित्तीय स्थिति पर काम करना शुरू कर दिया है, उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिति दुरुस्त है और कंपनी पूरी तरह से नियंत्रण और संचालन पहलुओं पर केंद्रित है।
नेगी ने कहा, ‘‘…हमने पिछले एक-डेढ़ साल में अपनी प्रणाली और प्रक्रियाओं पर बहुत अधिक निवेश किया है…हालांकि, अब भी कुछ काम किया जाना बाकी है।’’
उन्होंने वित्त वर्ष 2023-24 को भारतपे के लिए महत्वपूर्ण वर्ष करार देते हुए कहा कि कंपनी ने अक्टूबर, 2023 में पहली बार ईबीआईटीडीए ( ब्याज, कर, मूल्य ह्रास और ट्रेडमार्क, पेंटेंट तथा अन्य संपत्ति की समय बढ़ने के साथ लागत में कमी के आकलन से पहले की आय) आय के स्तर पर लाभ हासिल किया।
नेगी ने कहा, ‘‘हम 2024-25 में कर पूर्व आय के स्तर पर लाभ की स्थिति देख रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि जनवरी में, हम एक सह-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड पेश करेंगे और वित्त वर्ष के अंत से पहले, हम एक कर्ज सुविधा से जुड़ा उत्पाद भी लाएंगे। इसलिए जब हम वृद्धि और लाभ प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, तो हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं भविष्य में हमें आगे बढ़ने में मदद करने के लिए नए उत्पाद मौजूद हों।’’
नेगी ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में वृद्धि दर लगभग 30 प्रतिशत के करीब होगी जो 2023-24 से कम है। लेकिन 2025-26 में वृद्धि अधिक होगी।
भारतपे ने वित्त वर्ष 2023-24 में विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में लगातार वृद्धि दर्ज की। शेयर-आधारित भुगतान व्यय से पहले समूह का एकीकृत ईबीआईटीडीए नुकसान सालाना आधार पर 75 प्रतिशत की भारी कमी के साथ 209 करोड़ रुपये रहा।
एकीकृत परिचालन आय सालाना आधार पर 39 प्रतिशत बढ़कर 1,426 करोड़ रुपये रही और कर पूर्व एकीकृत घाटा सालाना आधार पर 50 प्रतिशत कम होकर 474 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 941 करोड़ रुपये था।
भाषा रमण अजय
अजय
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