नई दिल्लीः Bank Will Fire 36000 Employees अमेरिका-यूरोप जैसे देश इन दिनों बैकिंग संकट से गुजर रहे हैं। दोनों के देशों का ये संकट कहां तक लोगो को प्रभावित करेगा ये कहा नहीं जा सकता है, लेकिन इस असर आम जन जीवन में देखने को मिल रही है। इन बैंकों की साख बचाने के लिए अब दो बैंको का विलय के अलावा कोई और रास्ता नहीं रह गया है। वहीं, इस बीच स्वीजटरलैंड के दो बैंको के विलय की खबर सामने आ रही है। बता दें कि भारत में हाल ही में मोदी सरकार ने कई बैंकों का विलय किया है, जिसका विपक्ष ने पूरजोर विरोध किया था।
Read More: पहले रामलीला फिर रास रचाते नजर आए विधायक जी, साड़ी पहनकर डांस करने का वीडियो वायरल
Bank Will Fire 36000 Employees मिली जानकारी के अनुसार संकट में फंसे स्विट्जरलैंड के सबसे बड़े बैंकों में से एक क्रेडिट सुइस का यूबीएस में विलय होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि यहां की सरकार ने बैंकों को डूबने से बचाने के लिए विलय का रास्ता अपनाया है। लेकिन दोनों बैंकों के विलय से हजारों कर्मचारियों की नौकरी पर बात बन आई है। हालांकि अभी अधिकारिक तौर पर प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की बात नहीं कही गई है।
सोनटैग्स जिटुंग नाम के एक अखबार ने इंटरनल सोर्स के हवाले से कहा है कि बैंक प्रबंधन 20 से 30 फीसदी कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर सकता है। इसका मतलब है कि 25,000 से 36,000 कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। साप्ताहिक के अनुसार, अकेले स्विट्जरलैंड में 11,000 नौकरियों में कटौती की जा सकती है। हालांकि, अभी इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि किन पदों पर काम करने वाले कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है।
विलय से पहले न्ठै और क्रेडिट सुइस में कर्मचारियों की संख्या क्रमशरू 72,000 और 50,000 से अधिक है। न्ठै और क्रेडिट सुइस स्विट्जरलैंड के अहम बैंकों में से एक हैं। इन्हें ग्लोबल सिस्टमैटिकली इंपोर्टेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन की कैटेगरी में रखा गया है। यानी ये बैंक ग्लोबल इकोनॉमी के लिए काफी अहम हैं। इस वजह से इन्हें डूबने नहीं दिया जा सकता। यूबीएस के चेयरमैन कोलम केलेहर ने कहा था कि इस बिजनेस को एकीकृत करने में बड़ा जोखिम है।
क्रेडिट सुइस पर संकट तब बढ़ा, जब ग्रुप के सबसे बड़े निवेशक सऊदी नेशनल बैंक के चेयरमैन ने कहा कि वो क्रेडिट सुइस में और निवेश नहीं करेंगे। इस घोषणा के बाद यूरोपीय बाजार में बैंकिंग शेयरों में ताबड़तोड़ बिकवाली शुरू हो गई। इसके बाद क्रेडिट सुइस के डिपॉजिट संकट को टालने में स्विस नेशनल बैंक जुट गया।
स्विस नेशनल बैंक ने क्रेडिट सुइस को 54 बिलियन डॉलर का लोन देने का ऐलान किया था। इसके बाद खबर आई कि यूनियन बैंक ऑफ स्विट्जरलैंड क्रेडिट सुइस का अधिग्रहण करेगा। बैंक को संकट से निकालने की प्रक्रिया के तहत न्ैठ ने अधिग्रहण करने का फैसला किया है।