नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 35 प्रतिशत बढ़कर 2,517 करोड़ रुपये रहा। बैंक ने बताया कि खराब कर्ज में गिरावट से उसका मुनाफा बढ़ा है।
पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,870 करोड़ रुपये रहा था।
बीओआई ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी कुल आमदनी समीक्षाधीन अवधि में बढ़कर 19,957 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 16,411 करोड़ रुपये थी।
बैंक की ब्याज आय समीक्षाधीन अवधि में 18,210 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 15,218 करोड़ रुपये थी।
बैंक की शुद्ध ब्याज आय चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बढ़कर 6,070 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 5,463 करोड़ रुपये थी।
बैंक का परिचालन मुनाफा दिसंबर तिमाही में बढ़कर 3,703 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,004 करोड़ रुपये था।
परिसंपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर, बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) दिसंबर, 2024 के अंत तक घटकर सकल कर्ज का 3.69 प्रतिशत रह गईं, जो एक साल पहले 5.35 प्रतिशत थीं।
इसी तरह, इसका शुद्ध एनपीए या फंसा कर्ज तीसरी तिमाही के अंत में 0.85 प्रतिशत रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1.41 प्रतिशत था।
बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) दिसंबर तिमाही में 16 प्रतिशत पर रहा, जो दिसंबर, 2023 के अंत में 16.06 प्रतिशत था।
प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) तीसरी तिमाही में सुधरकर 92.48 प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 89.95 प्रतिशत था।
भाषा अनुराग रमण
रमण
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)