गुवाहाटी, दो अप्रैल (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को कहा कि स्थानीय रूप से ‘एक्सोमिया गोहाना’ कहे जाने वाले असमिया आभूषणों को भौगोलिक संकेतक (जीआई) का दर्जा मिल गया है।
शर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “कुछ सुनहरी खबरें साझा कर रहा हूं। असम के आभूषण – जो हमारी विरासत का अभिन्न अंग हैं – को भौगोलिक संकेतक (जीआई) का दर्जा मिल गया है।”
उन्होंने कहा, “मुझे अच्छी तरह याद है कि 2018-19 के बजट में हमने अपने कारीगरों की सुरक्षा के लिए जीआई दर्जा सुरक्षित करने का प्रस्ताव रखा था। यह देखकर खुशी हुई कि ये प्रयास साकार हुए हैं।”
यह घोषणा बौद्धिक संपदा कार्यालय के अंतर्गत भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री द्वारा की गई, तथा पंजीकरण विवरण जीआई प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया।
यह आवेदन असम के रत्न एवं आभूषण संवर्धन परिषद द्वारा प्रस्तुत किया गया था, तथा इसकी प्रक्रिया असम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पर्यावरण परिषद (एएसटीईसी) द्वारा सुगम बनाई गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “असम की समृद्धि का एक और मील का पत्थर! इस विरासत को जीवित रखने वाले हर कारीगर को बधाई।”
‘एक्सोमिया गोहाना’ हाथ से तैयार किए गए पारंपरिक हार, झुमके, कंगन और अंगूठियों का एक संग्रह है जो असम के वनस्पतियों, जीवों, संगीत वाद्ययंत्रों और सांस्कृतिक कलाकृतियों को दर्शाता है। सोने के आभूषणों में चमकीले लाल, काले, हरे, नीले और सफेद रत्न और तामचीनी का इस्तेमाल किया जाता है।
भाषा अजय अनुराग
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