नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) महाकुंभ के बीच प्रयागराज के लिए उड़ानों की बुकिंग के साथ-साथ हवाई किराये में भी कई गुना वृद्धि हुई है।
दिल्ली से प्रयागराज की उड़ानों के लिए टिकट की कीमतें 21 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं।
यात्रा पोर्टल इक्सिगो के विश्लेषण के अनुसार, भोपाल और प्रयागराज के बीच एकतरफा हवाई किराया पिछले साल जहां 2,977 रुपये था, वहीं अब यह 498 प्रतिशत बढ़कर 17,796 रुपये हो गया है।
ये 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक के लिए 30 दिन की अग्रिम खरीद तिथि (एपीडी) के आधार पर एकतरफा औसत किराये हैं। ये पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में हैं।
दिल्ली से प्रयागराज का हवाई किराया 21 प्रतिशत बढ़कर 5,748 रुपये हो गया है, जबकि मुंबई-प्रयागराज उड़ान के लिए यह 13 प्रतिशत बढ़कर 6,381 रुपये हो गया है।
विश्लेषण के अनुसार, बेंगलुरु-प्रयागराज उड़ान के लिए हवाई टिकट की कीमत 89 प्रतिशत बढ़कर 11,158 रुपये हो गई है, जबकि अहमदाबाद-प्रयागराज उड़ान का किराया 41 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 10,364 रुपये हो गया है।
प्रयागराज के निकट स्थित शहरों- लखनऊ और वाराणसी के लिए हवाई किराये में तीन से 21 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
विश्लेषण से पता चला कि सालाना आधार पर प्रयागराज के लिए उड़ान बुकिंग में 162 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि लखनऊ और वाराणसी के लिए बुकिंग में क्रमशः 42 प्रतिशत और 127 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ये आंकड़े 13 जनवरी से 26 फरवरी की अवधि के हैं।
इक्सिगो ने कहा कि प्रयागराज अब सीधी और एक विराम वाली उड़ानों के माध्यम से 20 से अधिक गंतव्यों से जुड़ा हुआ है। पिछले महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के लिए दिल्ली से सिर्फ एक उड़ान थी।
महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा।
इक्सिगो के समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आलोक वाजपेयी ने कहा, “प्रमुख महानगरों से प्रयागराज और आसपास के हवाई अड्डों के लिए एकतरफा हवाई किराया कम से कम 30 दिन पहले बुकिंग करने पर औसतन 7,000-10,000 रुपये के बीच है। हालांकि, भोपाल-प्रयागराज जैसे कुछ मार्गों पर, सबसे ज्यादा मांग के समय और सीमित उड़ान उपलब्धता के कारण एकतरफा किराया 17,000 रुपये तक पहुंच गया है।”
प्रमुख ‘स्नान’ तिथियों से पहले यात्रा के लिए किराये में भी बढ़ोतरी हो रही है। उदाहरण के लिए, 27 जनवरी को मुंबई जैसे प्रमुख महानगरों से सीधी उड़ानों के लिए किराया 27,000 रुपये एकतरफा तक जा रहा है।
प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों की बुकिंग भी 13 जनवरी से 26 फरवरी तक के लिए बढ़ गई है।
कुंभ का वर्तमान संस्करण 12 वर्षों के बाद आयोजित किया जा रहा है। हालांकि संतों का दावा है कि इस आयोजन के लिए खगोलीय संयोग 144 वर्षों के बाद हो रहे हैं, जिससे यह अवसर और भी अधिक शुभ हो गया है।
भाषा अनुराग अजय
अजय
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