अंबानी ने रिलायंस की वृद्धि का खाका पेश किया, 2030 तक आकार में दोगुना होने का लक्ष्य |

अंबानी ने रिलायंस की वृद्धि का खाका पेश किया, 2030 तक आकार में दोगुना होने का लक्ष्य

अंबानी ने रिलायंस की वृद्धि का खाका पेश किया, 2030 तक आकार में दोगुना होने का लक्ष्य

:   Modified Date:  August 29, 2024 / 10:16 PM IST, Published Date : August 29, 2024/10:16 pm IST

(तस्वीर के साथ)

मुंबई, 29 अगस्त (भाषा) रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने बृहस्पतिवार को वृद्धि के अगले चरण का आगाज करते हुए कहा कि अगले तीन-चार वर्षों में खुदरा एवं दूरसंचार कारोबारों का राजस्व और कर-पूर्व लाभ दोगुना हो जाएगा। साथ ही नया ऊर्जा कारोबार 2031 तक लाभदायक हो जाएगा और तेल एवं रसायन कारोबार सशक्त वृद्धि इंजन बना रहेगा।

रिफाइनिंग, तेल और गैस, पेट्रोकेमिकल, दूरसंचार, खुदरा और मीडिया कारोबार में सक्रिय रिलायंस समूह के प्रमुख ने यहां शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि समूह दशक के अंत से पहले आकार में दोगुना से अधिक होने की राह पर है।

अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं सालाना आमसभा में कहा कि कंपनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को अपनाने में तेजी लाएगी और एआई उपकरणों एवं मंचों का एक समूह ‘जियो ब्रेन’ पेश करेगी।

उन्होंने कहा कि कंपनी गुजरात के जामनगर में गीगावाट क्षमता के एआई-सक्षम डेटा सेंटर भी स्थापित करेगी ताकि भारत में ऐसे एप्लिकेशन अन्य जगहों की तुलना में अधिक किफायती बन सकें।

अंबानी ने अपने समूह के दूरसंचार उद्यम जियो के उपयोगकर्ताओं के लिए 100 जीबी तक मुफ्त क्लाउड स्टोरेज देने की भी घोषणा की। इसे वर्ष 2016 में जियो की तरफ से की गई सस्ते डेटा और मुफ्त वॉयस कॉलिंग की पेशकश की ही तरह एक हलचल पैदा करने वाले कदम के तौर पर देखा जा रहा है।

अंबानी ने कहा, ‘हमने अपने हरेक कारोबार को एकदम शुरू से खड़ा कर उन्हें वैश्विक स्तर पर विकसित किया है। हमें यह बैठे-बिठाये नहीं मिला है।’

उन्होंने कहा कि रिलायंस अल्पकालिक लाभ लेने या धन संचय करने का प्रयास न कर संपत्ति का सृजन कर रही है और ऊर्जा सुरक्षा देने के लिए काम कर रही है।

अंबानी ने कहा, ‘मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इस साल रिलायंस दुनिया की शीर्ष 50 सबसे मूल्यवान कंपनियों में शामिल है।’

जुलाई, 2018 में रिलायंस ने 100 अरब डॉलर मूल्यांकन का आंकड़ा पार किया था और उसके बाद के छह वर्षों में यह 250 अरब डॉलर के बाजार मूल्य को पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है।

रिलायंस चेयरमैन ने कहा, ‘समूह इस दशक के अंत से पहले आकार में दोगुने से अधिक और आने वाले दशकों में तेजी से बढ़ने की राह पर है।’

उन्होंने कहा कि रिलायंस के पांच में से तीन कारोबारों- तेल एवं रसायन, खुदरा, और दूरसंचार का मूल्यांकन 100-100 अरब डॉलर से अधिक है और यह आगे और भी तेजी से बढ़ेगा।

अंबानी ने कहा, ‘अगले तीन-चार वर्षों में जियो और खुदरा कारोबारों के राजस्व एवं कर-पूर्व आय को दोगुना करने की उम्मीद है। हमारा नया ऊर्जा व्यवसाय रिलायंस के मुकुट का नया रत्न होगा। मुझे लगता है कि यह अगले पांच-सात वर्षों में तेल-रसायन कारोबार जितना बड़ा और लाभदायक बन जाएगा।’

उन्होंने कहा कि हरित ईंधन और कृत्रिम मेधा-आधारित समाधान रिलायंस के लिए दीर्घकालिक वृद्धि इंजन साबित होंगे।

इसके साथ ही उन्होंने रिलायंस की मीडिया इकाई वायकॉम18 का डिज्नी इंडिया के साथ होने जा रहे विलय का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं।

रिलायंस की वार्षिक आम बैठक की शुरुआत से कुछ मिनट पहले कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसका निदेशक मंडल पांच सितंबर को होने वाली बैठक में शेयरधारकों को प्रत्येक एक शेयर पर एक बोनस शेयर देने के प्रस्ताव पर फैसला करेगा।

भाषा प्रेम

प्रेम रमण

रमण

 

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