विदेशी बाजारों में तेजी के बावजूद आवक कम रहने से सभी तेल-तिलहन कीमतों में सुधार |

विदेशी बाजारों में तेजी के बावजूद आवक कम रहने से सभी तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

विदेशी बाजारों में तेजी के बावजूद आवक कम रहने से सभी तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

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Modified Date: March 27, 2025 / 09:24 PM IST
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Published Date: March 27, 2025 9:24 pm IST

नयी दिल्ली, 27 मार्च (भाषा) विदेशी बाजारों में पर्याप्त तेजी के बावजूद आवक घटने के कारण देश के तेल-तिलहन बाजार में बृहस्पतिवार को सभी तेल-तिलहनों (सरसों, मूंगफली एवं सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल) के दाम सुधार दर्शाते बंद हुए।

मलेशिया एक्सचेंज में 1.5-2 प्रतिशत का सुधार है जबकि शिकॉगो एक्सचेंज कल रात भी सुधार के साथ बंद हुआ था और आज भी इसमें लगभग तीन प्रतिशत की तेजी है।

बाजार सूत्रों ने कहा कि सरसों की जो आवक 13-14 लाख बोरी की हो रही थी वह आज घटकर आठ लाख बोरी रह गई। मिल वालों की पूरी मांग है। सरसों खल की भी निर्यात की काफी मांग है। इन स्थितियों के बीच सरसों तेल-तिलहन के दाम मजबूती दर्शाते बंद हुए।

उन्होंने कहा कि मंडियों में मूंगफली का हाजिर दाम पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से 13-14 प्रतिशत कम है। इस कम कीमत को देखते हुए किसान मंडियों में आवक कम ला रहे हैं। आगे नवरात्र, रमजान और उसके भी आगे शादी-विवाह के सीजन के कारण मंडियों में सभी खाद्य तेलों की मांग है। इन स्थितियों के बीच मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों में भी सुधार दिखा।

सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन डी-आयल्ड केक (डीओसी) की मजबूत स्थानीय मांग है। विशेषकर महाराष्ट्र में यह मांग कहीं अधिक है। दूसरी ओर इसके हाजिर दाम एमएसपी से लगभग 17-18 प्रतिशत नीचे हैं जिसके कारण किसानों की ओर से आवक कम है। इस स्थिति के साथ-साथ शिकॉगो एक्सचेंज के मजबूत रहने से सोयाबीन तेल-तिलहन थोक कीमतों में कल के मुकाबले सुधार आया।

उन्होंने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज के मजबूत होने से सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में भी सुधार आया। लेकिन सीपीओ और पामोलीन तेल का मौजूदा ऊंचा दाम रहने के कारण इन तेलों के लिवाल कम हैं।

सूत्रों ने कहा कि मंडियों में कपास की आवक घटकर लगभग 50 हजार गांठ रह गई। इस आवक की कमी के बीच कपास नरमा और बिनौला सीड के दाम में 50-75 रुपये क्विंटल का सुधार भी आया। आवक की इस कमी के बीच बिनौला तेल कीमतें भी सुधार दर्शाती बंद हुईं।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 6,200-6,300 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 5,750-6,125 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 14,600 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,280-2,580 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 13,300 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,360-2,460 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,360-2,485 रुपये प्रति टिन।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,600 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,300 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,600 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 12,800 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,800 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 14,300 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 13,300 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,250-4,300 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 3,950-4,000 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)