नयी दिल्ली, 30 जनवरी (भाषा) एयरलाइन कंपनी अकासा एयर ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए उड़ानें संचालित करने के लिए द्विपक्षीय अधिकारों के आवंटन के बारे में चिंता जताते हुए कहा है कि इसमें ‘उसके लिए कोई समान अवसर नहीं है।’ एयरलाइन ने कहा कि इस वजह से उसे एयर इंडिया और इंडिगो के साथ प्रतिस्पर्धा करने का उचित अवसर नहीं मिल पा रहा है।
अकासा एयर की प्रशासनिक एवं रणनीतिक अधिग्रहण प्रमुख प्रिया मेहरा ने इसी महीने नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुअलनम को लिखे पत्र में कहा, “आज, इंडिगो और एयर इंडिया समूह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में मजबूत उपस्थिति रखते हैं, तथा भारत और अबू धाबी, दुबई, शारजाह और रास अल खैमाह के बीच प्रतिदिन कई उड़ानें संचालित करते हैं।”
उन्होंने कहा, “आप इस बात से सहमत होंगे कि यह दर्शाता है कि कोई समान अवसर नहीं है और अकासा एयर जैसे नए प्रवेशकर्ता के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धी चुनौती प्रस्तुत करता है।”
तीन साल से भी कम समय पुरानी एयरलाइन ने कहा है कि यह स्थिति उसे उन एयरलाइन के साथ प्रतिस्पर्धा करने का उचित अवसर नहीं देती है जो पहले से ही दोनों देशों के बीच पर्याप्त मात्रा में उड़ानों का परिचालन करती हैं।
आकासा एयर के पास फिलहाल 27 विमानों का बेड़ा है। कंपनी की महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाएं हैं।
पत्र में मेहरा ने बताया कि एयरलाइन पिछले एक साल से अधिक समय से दुबई, शारजाह और अबू धाबी के लिए अधिकारों का अनुरोध कर रही है।
द्विपक्षीय उड़ान अधिकारों पर दो देशों के बीच बातचीत होती है और खाड़ी मार्ग पर यातायात बढ़ने के कारण खाड़ी एयरलाइन कंपनियों से उड़ान अधिकारों में वृद्धि की मांग की जा रही है, लेकिन भारत अधिकारों में वृद्धि करने का इच्छुक नहीं है।
भाषा अनुराग अजय
अजय
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)