नयी दिल्ली, 12 जनवरी (भाषा) एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया ‘वृद्धि के विशाल अवसरों’ का लाभ उठाने के लिए अपने विमानों में प्रीमियम किफायती और व्यापारिक श्रेणी की सीटों की संख्या बढ़ाएगी। कंपनी अधिक कनेक्टिंग यातायात ले जाने के लिए उड़ान समय को पुनः व्यवस्थित करेगी तथा मनचाही क्षमता का उपयोग करने के लिए नेटवर्क को युक्तिसंगत बनाएगी।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जनवरी, 2022 से घाटे में चल रही एयर इंडिया का संचालन कर रहे टाटा समूह ने अपने एयरलाइन कारोबार को एकीकृत किया है और एयर इंडिया समूह का राजस्व वित्त वर्ष 2019-20 में एक अरब डॉलर से भी कम की तुलना में लगभग 10 गुना होकर अब लगभग 10 अरब डॉलर हो गया है।
एयर इंडिया समूह प्रतिदिन 1,168 उड़ानें संचालित करता है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए 313 सेवाएं शामिल हैं। इन विदेशी उड़ानों में से 244 छोटी दूरी की और 69 लंबी दूरी की हैं।
आम तौर पर, छोटी दूरी की उड़ानों की अवधि पांच घंटे तक होती है, और पांच से आठ घंटे की अवधि वाली उड़ानें लंबी दूरी की होती हैं।
एयर इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी (सीसीओ) निपुण अग्रवाल ने कहा कि चाहे प्रीमियम किफायती हो या वाणिज्यिक, यातायात बढ़ गया है और ‘हम काफी तेजी देख रहे हैं।’
उन्होंने इसी सप्ताह संवाददाताओं से कहा, “हम प्रीमियम खंड (प्रीमियम किफायती और वाणिज्यिक वर्ग) पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इसमें बहुत सारे अवसर हैं। आगे की केबिन में राजस्व वृद्धि लगभग 2.3 गुना और पीछे की केबिन में 1.3 गुना रही है। हम बेहतर टाइमिंग, एयरपोर्ट पर बेहतर अनुभव, उड़ान के दौरान और भोजन की बेहतर गुणवत्ता के माध्यम से इसे हासिल करने में सक्षम हैं।”
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