नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (एआईआईबी) को नवोन्मेषी वित्तीय मॉडल के अधिक प्रावधान की कोशिश करनी चाहिए और निजी पूंजी जुटाने के प्रयासों को बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने एआईआईबी प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी बैठक में कहा कि भारत निवेश बैंक के नये वित्तपोषण मॉडल और प्रौद्योगिकियों के सुरक्षित संचालन में अपनी भूमिका निभा सकता है।
एआईआईबी प्रतिनिधिमंडल में उसके निदेशक मंडल के 11 अधिकारी शामिल थे।
सीतारमण ने कहा कि बहुपक्षीय संस्थान को जलवायु अनुकूलन और इसकी मजबूती, बुनियादी ढांचा विकास, ऊर्जा सुरक्षा और शहरी विकास के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में अपने निवेश को व्यापक बनाना चाहिए। सीतारमण एआईआईबी बोर्ड की गवर्नर भी हैं।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, वित्त मंत्री ने कहा कि एआईआईबी को भारत के अगली पीढ़ी के सुधारों के लिए समर्थन देना चाहिए।
सीतारमण ने सुझाव दिया कि एआईआईबी को नये वित्तीय माध्यमों और मॉडल के अधिक प्रावधान की कोशिश करनी चाहिए तथा निजी पूंजी जुटाने के लिए अपने प्रयासों को बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने इस संबंध में एआईआईबी को भारत के पूर्ण समर्थन और सहयोग का भरोसा दिलाया।
सीतारमण ने बताया कि भारत बहुपक्षीय विकास बैंकों में प्रशासन संबंधी सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल बदलाव का भारत का अनुभव समावेशी विकास के लिए डिजिटल समाधान का उपयोग करने के इच्छुक देशों के लिए एक मॉडल के रूप में काम कर सकता है।
भाषा पाण्डेय अजय
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