नयी दिल्ली, 22 मार्च (भाषा) कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को किसानों के फायदे के लिए प्रयोगशालाओं से खेतों तक कृषि तकनीक तेजी से पहुंचाने की जरूरत पर जोर दिया।
चौहान ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के 63वें दीक्षांत समारोह में वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए कृषि मशीनरी, स्मार्ट खेती और उन्नत डिजिटल तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत को कृषि क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए अनुसंधान को और मजबूत करना होगा।’’ उन्होंने कहा कि देश के कई छोटे और सीमांत किसानों की आय बढ़ाने के लिए नवाचार विशेष रूप से आवश्यक हैं।
सरकारी बयान के अनुसार, भारत की कृषि वृद्धि दर फिलहाल पांच प्रतिशत है, जिसका श्रेय चौहान ने आईएआरआई और किसानों के संयुक्त प्रयासों को दिया।
मंत्री ने टिकाऊ कृषि और जैविक एवं प्राकृतिक खेती की जरुरत पर बल दिया।
उन्होंने छात्रों से अनुसंधान, नवाचार, उद्यमिता और स्टार्टअप के माध्यम से कृषि चुनौतियों का समाधान करने का आग्रह भी किया।
इस कार्यक्रम में कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी और रामनाथ ठाकुर, केंद्रीय कृषि सचिव और आईसीएआर के महानिदेशक देवेश चतुर्वेदी और आईएआरआई के निदेशक श्रीनिवास राव भी शामिल हुए।
भाषा राजेश राजेश पाण्डेय
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