(तस्वीर के साथ)
पटना, 20 दिसंबर (भाषा) उद्योगपति गौतम अदाणी की अगुवाई वाला अदाणी समूह बिहार में अत्याधुनिक बिजलीघर स्थापित करने के साथ सीमेंट उत्पादन क्षमता बढ़ाने, खाद्य प्रसंस्करण और लॉजिस्टिक क्षेत्र में करीब 28,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
अदाणी एंटरप्राइजेज लि. के निदेशक प्रणव अदाणी ने यहां वैश्विक निवेशक सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट’ को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।
अदाणी समूह आक्रामक रूप से बिहार में कारोबार को आगे बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रहा है। समूह एक तरफ अपने मुख्य कारोबार का विस्तार कर रहा है जबकि दूसरी तरफ उसे नये अवसरों की तलाश भी है।
प्रणव अदाणी ने कहा, ‘‘हम बिहार के ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के रास्ते भी तलाश रहे हैं। हमारी योजना अत्याधुनिक बिजलीघर स्थापित करने की है। इसके लिए हम लगभग 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।’’
अदाणी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि इस परियोजना के क्रियान्वयन-पूर्व चरण में करीब 12,000 नौकरियां सृजित होंगी जबकि परिचालन शुरू होने पर लगभग 1,500 कुशल रोजगार पैदा होंगे।’’
हालांकि उन्होंने प्रस्तावित बिजलीघर की क्षमता और उसकी जगह के बारे में जानकारी नहीं दी। लेकिन ‘अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल प्लांट’ यानी अत्याधुनिक बिजलीघर 1,980 मेगावाट क्षमता के हो सकते हैं। ये संयंत्र बिजली उत्पादन करने के लिए कोयले का इस्तेमाल करते हैं।
बिहार में वर्तमान में बिजली उत्पादन क्षमता की कमी है। इसकी क्षमता 6,400 मेगावाट है जबकि मांग 8,000 मेगावाट से अधिक है। ऐसे में प्रस्तावित संयंत्र न केवल राज्य में बिजली की मांग और आपूर्ति के अंतर को पाटने में मदद करेगा बल्कि पड़ोसी राज्यों को भी बिजली की आपूर्ति करेगा।
अदाणी ने कहा, ‘‘बिहार में हमने तीन क्षेत्रों- लॉजिस्टिक, गैस वितरण और कृषि लॉजिस्टिक क्षेत्रों में पहले ही करीब 850 करोड़ रुपये का निवेश किया हुआ है। हम अब इन क्षेत्रों में 2,300 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने जा रहे हैं। यह निवेश हमारी ‘वेयरहाउसिंग’ और रखरखाव क्षमता को बढ़ाएगा और इलेक्ट्रिक वाहन, शहरों में गैस वितरण(सीजीडी) और कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) क्षेत्र में हमारी उपस्थिति बढ़ाएगा। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 27,000 अतिरिक्त रोजगार अवसर पैदा होंगे।’’
इसके अलावा अदाणी समूह बिहार में गति शक्ति रेलवे टर्मिनल, आईसीडी (अंतर्देशीय कंटेनर डिपो) और औद्योगिक वेयरहाउसिंग पार्क जैसे रणनीतिक बुनियादी ढांचे के विकास में भी लगभग 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम स्मार्ट मीटर विनिर्माण में भी निवेश कर रहे हैं। बिहार पारंपरिक बिजली मीटर से स्मार्ट मीटर की ओर बढ़ रहा है। इसलिए हम पांच शहरों… सीवान, गोपालगंज, वैशाली, सारण और समस्तीपुर में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 28 लाख से अधिक इकाइयों का विनिर्माण और उसे लगाने को लेकर 2,100 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। इससे इस क्षेत्र में कम-से-कम 4,000 स्थानीय नौकरियां सृजित होंगी।’’
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में मौजूद सीमेंट कारखानों को विभिन्न चरणों में 2,500 करोड़ रुपये के निवेश से एक करोड़ टन सालाना क्षमता तक बढ़ाया जाएगा।
भाषा रमण
प्रेम
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