नयी दिल्ली, एक अक्टूबर (भाषा) भारती एयरटेल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गोपाल विट्टल ने कहा है कि कंपनी नेटवर्क इंटेलिजेंस और एआई के साथ साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे का मुकाबला कर रही है।
उन्होंने कहा कि एयरटेल साइबर धोखाधड़ी के तरीकों का विश्लेषण और धोखेबाजों की सही पहचान करने पर काम कर रही है। उन्होंने साथ ही ग्राहकों से ‘संदिग्ध स्पैम’ संकेतक पर सतर्क रहने को कहा।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) और उद्योग स्पैम के खतरे को काबू में करने के लिए कदम उठा रहे हैं और व्हाइटलिस्टेड (स्वीकृत) यूआरएल पर नियामक का नया संदेश भी एक अक्टूबर से लागू हो गया है।
एचडीएफसी बैंक के प्रवक्ता ने एक सवाल के जवाब में पीटीआई-भाषा को बताया कि बैंक मानदंडों का पालन कर रहा है और उसे किसी भी कठिनाई की उम्मीद नहीं है।
इस बीच, विट्टल ने ग्राहकों को एक नोट लिखकर वादा किया कि एयरटेल धोखेबाजों की पहचान करने और उन्हें अपने नेटवर्क पर स्थायी रूप से ब्लॉक करने का काम जारी रखेगी।
उन्होंने ग्राहकों से कहा, ‘‘हमारा नया समाधान हमें भारत का पहला स्पैम लड़ने वाला नेटवर्क बनाता है और हमें उम्मीद है कि जब भी आपके पास कोई स्पैम कॉल या मैसेज आएगा, तो आप अधिक आत्मविश्वास और सुरक्षा महसूस करेंगे।’’
एयरटेल ने नेटवर्क पर धोखेबाजों की सटीक पहचान करने के लिए पिछले छह महीनों में कॉल पैटर्न का विश्लेषण करने के लिए अपने नेटवर्क इंटेलिजेंस और एआई का इस्तेमाल किया है।
विट्टल ने भरोसा दिया कि इस संबंध में एयरटेल लगातार प्रयास करती रहेगी।
भाषा पाण्डेय अजय
अजय
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