चेन्नई, 11 सितंबर (भाषा) दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग से जुड़े कर्मचारियों के एक समूह के वेतन संशोधन समेत विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर चले जाने के बाद श्रीपेरम्बदूर के औद्योगिक क्षेत्र में श्रमिक अशांति पैदा हो गई है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राजधानी चेन्नई से करीब 40 किलोमीटर दूर श्रीपेरम्बदूर में स्थित सैमसंग का कारखाना कई तरह का टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों का उत्पादन करता है। इसमें करीब 1,750 लोग विभिन्न पालियों में काम करते हैं।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार से इस संयंत्र के कर्मचारियों का एक समूह वेतन संशोधन और कर्मचारी संघ को मान्यता देने जैसी मांगों को लेकर हड़ताल पर चला गया है।
कर्मचारी सूत्रों ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हम प्रबंधन को सूचित करते रहे हैं लेकिन उन्होंने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। हमें बेहतर वेतन पैकेज चाहिए और हम संघ को मान्यता देने की मांग करते हैं।’’
आंदोलनकारी कर्मचारियों के मुताबिक, सैमसंग ने जुलाई में लगभग 100 कर्मचारियों वाला एक श्रमिक संगठन बनाया था लेकिन हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने उसे अपनी सहमति नहीं दी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘यहां पर पहले से ही सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) द्वारा समर्थित एक यूनियन है। इस संदर्भ में, एक नई यूनियन बनाने का क्या कारण है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रबंधन से मान्यता न मिलने के कारण हमने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।’’
कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से इस औद्योगिक क्षेत्र में पिछले 15 साल से चल रहे कारखाने में उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है।
श्रीपेरम्बदूर औद्योगिक क्षेत्र में सैमसंग के अलावा कोरियाई वाहन निर्माता हुंदै और फ्लोट ग्लास निर्माता सेंट-गोबेन समेत कई कंपनियों के कारखाने हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि बुधवार को श्रीपेरम्बदूर में श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक ‘बेनतीजा’ रही और शुक्रवार को होने वाली अगली बैठक तक कर्मचारी हड़ताल पर रहने वाले हैं।
सैमसंग ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि कर्मचारियों का कल्याण उसकी ‘सर्वोच्च प्राथमिकता’ है और किसी भी शिकायत को दूर करने के लिए वह कर्मचारियों के साथ सक्रिय रूप से काम करेगी।
भाषा प्रेम
प्रेम अजय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रुपये में गिरावट से एयर इंडिया के लागत ढांचे पर…
4 hours ago