Medicines will become cheaper in the Budget 2024?: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को लगातार छठा बजट पेश करेंगी। इसके साथ ही वह देश की दूसरी वित्त मंत्री होंगी जो लगातार पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश करेंगी। ऐसे में सरकार की कोशिश बजट में सभी वर्गों को साधने पर हो सकती है। इस बार अंतरिम बजट पेश होना है। ऐसे में लोगों को बजट से कई उम्मीदें हैं, जिसमें डीए से लेकर दवाओं के सस्ते होने तक लोग अनुमान लगा रहे है।
क्या सस्ती होंगी दवाईयां?
दरअसल, दवाओं की कीमत लगातार बढञती जा रही है, जिससे आम जनता को काफी परेशनी झेलनी पड़ती है। मोदी सरकार ने पहले से देशभर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले हुए हैं। फिर भी उम्मीद है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार अंतरिम बजट में लोगों को कई और खासकर के जीवन रक्षक सस्ती दवाओं का तोहफा दे दें।
हेल्थकेयर का खर्च बढ़ा सकती है सरकार
देश में हेल्थ केयर की लागत कम बनी रहे इसके लिए सरकार बजट में अपना हेल्थकेयर का खर्च बढ़ा सकती है। सरकार हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर रिसर्च और इनोवेशन के लिए फंड का प्रावधान कर सकती है। इसके अलावा सस्ती दवाओं के स्टोर बढ़ाने, जेनरिक दवाओं को प्रमोट करने और हेल्थ प्रोडक्ट्स की लोकल मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने पर भी सरकार का फोकस हो सकता है। देश की तरक्की के लिए सस्ती दवाइयां काफी अहम हैं। अगर दवाइयां सस्ती होंगी तो आम लोगों के पास अन्य खर्चों के लिए पैसा बचेगा।