रायपुर। पारिजात या हरसिंगार के फूल इतने सुगंधित होते हैं इसके साथ ही ये इस पेड़ का एक-एक हिस्सा औषधीय गुणों से भरा भी होता है।
सबसे ज्यादा पारिजात या हरसिंगार के पत्ते में औषधीय गुण पाए जाते हैं. पारिजात के पत्ते, फूल और छाल सभी काम के हैं. इससे साइटिका और ऑर्थराइटिस के दर्द को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा इसके पत्ते में पेट के कीड़ों की मारने की क्षमता होती है। साथ ही इसके पत्ते सर्दी-खांसी में बेहद फायदेमंद होते हैं. पारिजात में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो कई बीमारियों से लड़ने में मददगार होते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार पारिजात या हरसिंगार एक औषधीय पौधा है. इसके पत्ते में कई गुण मौजूद होते हैं. भारत में इस पौधे को पवित्र माना जाता है. मान्यता के अनुसार पारिजात पौधे को देवराज इंद्र ने स्वर्ग में लगाया था. पारिजात का दूसरा नाम हरसिंगार है.
पढ़ें- देश में 247 दिनों में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या सबसे कम, 12,830 नए केस
साइटिका के दर्द का इलाज
पारिजात के पत्ते को पीसकर इसे गर्म पानी के साथ उबालें. इसके बाद इसे छानकर पी लें. दिन में दो बार खाली पेट इसे पीने से साइटिका का दर्द खत्म हो सकता है.
पढ़ें- Sarkari Naukri, परिवहन विभाग में भर्ती, जल्द करें अप्लाई.. देखिए डिटेल
सर्दी-खांसी में राहत
पारिजात के पत्ते को पीस लें और इसमें शहद मिलाकर इसे खाएं. आप चाहें तो पारिजात के पत्ते को पीसकर इसे छान लें और शहद में मिलाकर जूस की तरह बना लें. दिन में दो बार इसका सेवन करें. सूखी खांसी खत्म हो जाएगी. सर्दी-खांसी के लिए आप इसे चाय की तरह बनाकर पी सकते हैं. पारिजात के पत्ते को पानी के साथ उबालें. इसमें कुछ तुलसी के पत्ते भी दे दें. इसे रोजाना पीएं, सर्दी-खांसी दूर हो जाएगी.
पढ़ें- कर्मचारी को नौकरी से निकालना पड़ा भारी!, डिप्रेशन में था कर्मचारी.. कंपनी अब देगी 51 लाख!
ऑर्थराइटिस के दर्द में कारगर
पारिजात के पत्ते, छाल और फूल तीनों को एक साथ लें. 5 ग्राम इन सामग्रियों में 200 ग्राम पानी मिलाएं. इसका काढ़ा बनाएं. इसे आग पर तब तक रखें, जब तक कि पानी का दो तिहाई भाग सूख न जाए. सिर्फ एक चौथाई पानी ही बचना चाहिए. अब इसका सेवन करें.
पेट के कीड़ों से निजात दिलाते हैं इसके पत्ते
पेट में किसी भी तरह के कीड़े को मारने में पारिजात के पत्ते बेहद कारगर होते हैं. इसके लिए ताजे पत्ते को पीसकर इससे रस निकाल लें और इसमें चीनी मिलाकर इसे पीए. इससे पेट और आंतों में रहने वाले हानिकारक कीड़े खत्म हो जाते हैं.
पढ़ें- Sarkari Naukri, परिवहन विभाग में भर्ती, जल्द करें अप्लाई.. देखिए डिटेल
घाव को भरता है पारिजात का पौधा
पारिजात में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाया जाता है, इसलिए यह किसी भी तरह के घावों को भरने में सक्षम है. इसके लिए पारिजात के बीज का पेस्ट बनाएं. इसे फोड़े-फुन्सी या अन्य सामान्य घाव पर लगाएं. इससे घाव ठीक हो जाता है.
पढ़ें- कर्मचारी को नौकरी से निकालना पड़ा भारी!, डिप्रेशन में था कर्मचारी.. कंपनी अब देगी 51 लाख!
सूजन और दर्द में राहत
पारिजात के पत्ते को पानी में उबाल कर काढ़ा बनाएं, इसका दो बार सेवन करें. सूजन खत्म हो जाएगी और इससे हो रहे दर्द से भी राहत मिलेगी.
Follow us on your favorite platform: