चतरा, झारखंड। आधुनिकता के इस दौर में आज भी अंधविश्वास लोगों के जहन से दूर नहीं हो रहा। मुर्दा को जिंदा करने का हाईवोल्टेज ड्रामा सामने आया है।
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चर्च से जुड़ी कुछ महिलाएं एक मृत गर्भवती महिला के शव को जिंदा करने के खेल में भोले-भाले ग्रामीणों को घंटों तक उलझाए रखा। अंधविश्वास का यह तमाशा चतरा जिले के प्रतापपुर प्रखंड के सिद्दकी गांव में किया गया। दरअसल, हरहद सिजुआ गांव में एक गर्भवती महिला के पेट में दर्द उठा, जिसके बाद परिजनों ने इलाज के लिए उन्हें रानीगंज ले गए।
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बताकर मरीज को रेफर कर दिया। इस बीच, बीमार महिला का निधन हो गया। आरोप है कि रास्ते में चर्च से जुड़ी 7-8 महिलाएं आईं और परिजनों के सामने मृत महिला को झाड़-फूंक से जिंदा करने का दावा करने लगीं।
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अपनी बहू की मौत से आहत परिजन काफी आनाकानी के बाद झाड़-फूंक कराने के लिए तैयार हो गए। परिजनों की हामी के बाद चर्च की महिलाओं के अंधविश्वास का हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया।
मृत महिला के शव को घर के एक कमरे में बंद कर झाड़-फूंक कर जिंदा करने का खेल चलता रहा। बाद में जब चिकित्सक को बुलाया गया, तब उन्होंने बताया कि महिला की मौत घंटों पहले हो गई है। इसके बाद चर्च की सभी महिलाएं मौका देखकर वहां से भाग निकलीं।