भुवनेश्वर: सनातन हिन्दू धर्म के चार धामों में से एक, भगवान जगन्नाथ के धाम पुरी में कल यानी बुधवार 17 जनवरी को जगन्नाथ हेरिटेज कॉरिडोर का लोकार्पण किया जायेगा। इस समारोह में प्रदेश के सीएम नवीन पटनायक शामिल होंगे।
लोकार्पण कार्यक्रम से पहले नवीन पटनायक ने वीडियों जारी करते होते जगन्नाथ भक्तों और प्रदेशवासियों से घरो में दीये जलाने, शंखनाद करने, पूजा-अर्चना करने और कीर्तन करने की अपील की हैं।
#WATCH | Odisha CM Naveen Patnaik to inaugurate the Jagannath Heritage Corridor project on January 17th.
CM appeals to people to light diyas, blow conch shells, offer prayers and perform kirtan on the day of the inauguration.
(Source: CMO) pic.twitter.com/QXgqFLrP95
— ANI (@ANI) January 15, 2024
बता दें कि 17 जनवरी को देश के मुख्य चार धामों में से एक पुरी में जगन्नाथ पुरी हैरिटेज कॉरिडोर का लोकार्पण किया जाएगा। यह कॉरिडोर पूरी तरह बनकर तैयार हैं। यह आम श्रद्धालु और पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इस कॉरिडोर की लागत 943 करोड़ रुपये आंकी गई हैं। इस कॉरिडोर के शुरुर होने के बाद पुरी में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने की संभावना हैं। प्रदेश के सीएम नवीन पटनायक लोकार्पण करेंगे। इस कॉरिडोर के तहत मंदिर में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन जगन्नाथ मंदिर की चारदीवारी के 75 मीटर के कॉरिडोर के भीतर के क्षेत्र को विकसित किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 37 हजार करोड़ की इस परियोजना में कई उप-परियोजनाएं शामिल हैं। जिनमें श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन भवन का पुनर्विकास, 600 लोगों की क्षमता वाला श्री मंदिर स्वागत केंद्र, जगन्नाथ सांस्कृतिक केंद्र, बदडांडा हेरीटेज स्ट्रीट स्केप, समुद्र तट विकास, पुरी झील और मूसा नदी पुनरुद्धार योजना शामिल हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में एसजेटीए के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने कहा, “काम लगभग पूरा हो चुका है और पूरी परियोजना अब मंदिर अधिकारियों की देखरेख में रहेगी।” रंजन कुमार दास ने आगे कहा, “काम ज्यादातर 12वीं सदी के मंदिर की ‘मेधनदा पचेरी’ (बाहरी सीमा दीवार) से 75 मीटर के भीतर किया गया था।” विरासत परियोजना में पार्किंग स्थल, श्री सेतु (एक पुल), तीर्थस्थल केंद्र, तीर्थयात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए एक नई सड़क, पुरुष और महिला भक्तों और सेवकों के लिए शौचालय, क्लॉक रूम और अन्य आगंतुकों की सुविधाओं के साथ विद्युत कार्य शामिल हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि मेगा प्रोजेक्ट के लोकार्पण का अनुष्ठान शुक्रवार से शुरू हो गया है। ‘यज्ञ’ (गुआ टेका अनुष्ठान) और ‘अनुक्रा रोपना’ अनुष्ठान का पहला चरण भी शुरू हुआ। इसके एक भाग के रूप में, 17 जनवरी को उद्घाटन समारोह से पहले तीन दिनों (15, 16 और 17 जनवरी) के लिए यज्ञ और विभिन्न अन्य अनुष्ठान किए जाएंगे। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इस परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जबकि पुरी गजपति महाराज दिव्यसिंह देब तीन दिवसीय यज्ञ में प्राणाहुति (अंतिम आहुति) देंगे। गलियारे का उद्देश्य प्रतिष्ठित जगन्नाथ मंदिर की दृश्य अपील और परिवेश को बढ़ाना है।
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