लखनऊ: एक तरफ जहां 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित राम-मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आलाकमान विपक्ष के तो वही दूसरी तरफ कांग्रेस के ही उत्तर प्रदेश इकाई के नेता और कल्किधाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पुष्टि की हैं कि वह अयोध्या के इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होंगे।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने लिखा हैं “अयोध्या जी की “पावन” रज को “माथे” से लगाने के लिये आज अयोध्या पहुँच रहा हूँ। जय श्री राम”
अयोध्या जी की “पावन”
रज को “माथे” से लगाने के लिये आज अयोध्या पहुँच रहा हूँ……..जय श्री राम.— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) January 11, 2024
वही कल ही आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आलाकमान के इस समारोह में शामिल नहीं होने के फैसले पर गहरी निसराशा जाहिर की थी। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि आलाकमान के इस फैसले से उनका दिल टूट गया हैं। “राम मंदिर और भगवान राम सबके हैं। कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी नहीं है, कांग्रेस राम विरोधी नहीं है। यह कुछ लोग हैं जिन्होंंने इस तरह का फैसला कराने में भूमिका अदा की है। इस फैसले से पार्टी के कई कार्यकर्ताओं का दिल टूटा है। निमंत्रण को स्वीकार ना करना बेहद दुखद और पीड़ादायक है।”
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला हैं जिसे उन्होंने अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया हैं। इस मौके पर विक्रमादित्य ने वीएचपी और आरएसएस को भी धन्यवाद दिया हैं। उनकी यह प्रतिक्रिया पार्टी आलाकमान के उस फैसले के बाद आई हैं जिसमे उन्होंने आमंत्रण को अस्वीकार करते हुए 22 जनवरी के सामारोह में शामिल होने से साफ़ इंकार कर दिया हैं।
न्यू एजेंसी पीटीआई के खबर के हवाले से हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा हैं- “मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैं हिमाचल के उन कुछ लोगों में से एक हूं जिन्हें राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ का निमंत्रण मिला है। यह जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है। मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद को मुझे और मेरे परिवार को अयोध्या में ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने का मौका देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।”
VIDEO | “I am blessed to be one of the few people in Himachal who have received an invitation for ‘Pran Pratishtha’. It’s a once-in-a-lifetime opportunity, and I want to thank Rashtriya Swayamsevak Sangh and Vishwa Hindu Parishad for giving me and my family a chance to be a part… pic.twitter.com/GSOCbNaNUX
— Press Trust of India (@PTI_News) January 11, 2024
गौरतलब हैं कि कांग्रेस ने सोशल मीडिया में बकायदा एक लेटर शेयर किया, जिसमें उसने राम मंदिर के उद्घाटन में न जाने के फैसले का कारण बताया कि धर्म निजी मामला है,लेकिन बीजेपी-RSS ने मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को अपना इवेंट बना लिया है। कांग्रेस के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर प्रतिक्रियाएं भी खूब आईं।