नई दिल्ली। इन दिनों हनी ट्रैप का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तानी हसीनाएं सेना की जानकारी हासिल करने के लिए सैनिकों, पैरा मिलिट्री, रक्षा, जलदाय विभाग, विद्युत विभाग, रेलवे के कर्मचारी, वैज्ञानिकों, सेना के राशन सप्लायर्स, ठेकेदारों और बॉर्डर क्षेत्र के स्थानीय निवासियों को निशाना बना रही हैं। हाल ही में राजस्थान इंटेलिजेंस ने मिलिट्री इंटेलिजेंस बीकानेर के साथ संयुक्त कार्रवाई कर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहे डूंगरगढ़ तहसील के लाखासर क्षेत्र के गांव उपर का बास निवासी विक्रम सिंह को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि विक्रम सिंह आर्मी एरिया महाजन बीकानेर में लंबे समय से वेट कैंटीन का संचालन कर रहा था। वो सोशल मीडिया के जरिए एक पाकिस्तानी महिला के संपर्क में आया था और हनी ट्रैप में फंसकर उसके इशारे पर सेना की खुफिया जानकारियां पाक हैंडलर को सोशल मीडिया के जरिए साझा कर रहा था। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस संजय अग्रवाल ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों द्वारा की जाने वाली जासूसी गतिविधियों पर राजस्थान इंटेलिजेंस द्वारा सतत निगरानी रखी जाती है। इस दौरान ही उन्हे ये जानकारी मिली और उसे गिरफ्तार किया गया।
एडीजी ने बताया कि विक्रम सिंह करीब एक साल से पाक खुफिया एजेंट अनीता के संपर्क में था। पाक हैंडलर के चाहे जाने पर विक्रम सिंह आर्मी एरिया की संवेदनशील जानकारियां, तस्वीरें, वीडियो, लोकेशन और यूनिट की जानकारी भेजा करता था। फिलहाल, आरोपी विक्रम सिंह के खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से मोबाइल फोन बरामद किया गया है, जिसका इस्तेमाल वो जासूसी के लिए करता था।